मौनी अमावस्या की तैयारियां पूरी, उमड़ी भीड़

ढाई करोड़ श्रद्धालुओं के संगम में डुबकी लगाने का है अनुमान

मौनी अमावस्या की तैयारियां पूरी, उमड़ी भीड़

प्रयागराज, 20 जनवरी । माघ मेला के सबसे बड़े स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर शुक्रवार की सुबह से ही प्रयागराज संगम पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। प्रशासन ने इस पर्व पर सर्वाधिक भीड़ आने का अनुमान लगाया है। इसे लेकर पुलिस और प्रशासन हाई अलर्ट पर है। प्रयागराज मेला प्राधिकरण की मानें तो करीब ढाई करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। मेला में सुरक्षा, स्वच्छता को लेकर शासन स्तर से कड़े निर्देश जारी हुए हैं।



बता दें कि, गुरुवार की सायं ही उच्च अधिकारियों ने बैठक में मेले के तैयारियों की समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिये थे। मेले की सुरक्षा का फुलप्रूफ प्लान तैयार किया गया है। संदिग्ध व्यक्तियों एवं संदिग्ध वस्तुओं पर विशेष ध्यान रखा जाएगा। स्नान घाटों पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत, एडीजी भानु भास्कर, आईजी चंद्र प्रकाश, पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा, डीएम संजय कुमार खत्री व मेलाधिकारी अरविंद कुमार चौहान समेत विभिन्न विभागों के उच्चाधिकारियों ने मुख्य स्नान पर्व पर आपस में समन्वय स्थापित करने पर जोर दिया।



भीड़ प्रबंधन, यातायात प्रबंधन व आपदा प्रबंधन को लेकर रणनीति तय की गई। एक साथ भीड़ बढ़ने पर जंक्शन समेत शहर के अन्य 14 होल्डिंग एरिया में श्रद्धालुओं को कुछ समय तक रोका जाएगा। इस एरिया में भीड़ को अस्थायी रूप से रोकने की व्यवस्था की गई है। अधिक भीड़ के समय जंक्शन के चारों होल्डिंग एरिया को एक्टिव करने तथा रेलवे स्टेशन एवं बस अड्डों पर अनावश्यक भीड़ को जाने से रोकने के लिए मेला क्षेत्र में लगी विभिन्न एलईडी स्क्रीन पर ट्रेनों के आगमन व प्रस्थान संबंधित जानकारी उपलब्ध कराने की व्यवस्था बनाई गई।

एडीजी जोन ने कहा कि मेला में डिस्पर्सन प्लान पुलिस की ओर से लागू कर दिया गया है। इसके तहत स्नान के बाद श्रद्धालुओं को घाट छोड़ने को कहा जाएगा। प्रमुख चौराहों, संगम नोज समेत मुख्य घाटों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम लागू होगा। पीपे के पुल पर किसी भी दशा में जाम न होने पाए। अपर पुलिस महानिदेशक ने कहा कि मेला क्षेत्र में सड़कों पर अतिक्रमण न होने पाये, छोटी-छोटी बातों का विशेष ध्यान रखा जाये तथा उसको गम्भीरता से लें। एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीमें निरंतर घाटों पर तैनात रहकर आवश्य व्यवस्था बनाये रखे। मण्डलायुक्त ने पूरे मेला क्षेत्र में अग्निशमन की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के लिए कहा है।