केंद्रीय कारागार नैनी में नशा मुक्ति पर विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का सफल आयोजन

केंद्रीय कारागार नैनी में नशा मुक्ति पर विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का सफल आयोजन

केंद्रीय कारागार नैनी में नशा मुक्ति पर विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का सफल आयोजन

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के आदेशों तथा माननीय जनपद न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, प्रयागराज, श्री संजीव कुमार के कुशल मार्गदर्शन एवं निर्देशानुसार, गुरुवार को केंद्रीय कारागार नैनी, प्रयागराज में एक महत्वपूर्ण विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य कारागार में निरुद्ध बंदियों को नशे के सामाजिक एवं कानूनी दुष्प्रभावों से अवगत कराना, उन्हें नशे की लत से मुक्ति पाने हेतु प्रेरित करना तथा उनके लिए उपलब्ध विधिक सहायता एवं उनके अधिकारों के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान करना था।

शिविर के मुख्य वक्ता, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, प्रयागराज के सचिव, श्री दिनेश कुमार गौतम रहे। उन्होंने केंद्रीय कारागार नैनी में उपस्थित बंदियों को संबोधित करते हुए विधिक सहायता और विधिक साक्षरता के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण आर्थिक रूप से कमजोर और जरूरतमंद व्यक्तियों को निःशुल्क कानूनी सहायता प्रदान करता है, जिसमें जेल में बंद बंदीगण भी शामिल हैं।

श्री गौतम ने विशेष रूप से "नशा मुक्ति" के विषय पर जोर दिया, इसे समाज के लिए एक गंभीर अभिशाप बताया। उन्होंने बंदियों को प्रेरित करते हुए कहा कि "नशा समाज के लिए एक अभिशाप है, नशे से मुक्ति से ही समाज का विकास संभव है।" उन्होंने समझाया कि नशा केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को ही नहीं, बल्कि परिवार और समाज को भी गंभीर रूप से प्रभावित करता है, अक्सर अपराधों का कारण बनता है और कानूनी पेचीदगियों में फंसाता है।

इस अवसर पर, केंद्रीय कारागार, नैनी के अधीक्षक महोदय ने भी शिविर में उपस्थित बंदियों को संबोधित किया। उन्होंने विचाराधीन कैदियों को जेल नियमों के तहत प्रदान की जाने वाली विभिन्न सुविधाओं और अधिकारों के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की, जिससे बंदियों को यह समझने में मदद मिली कि जेल में रहते हुए भी उनके क्या अधिकार हैं और वे किन सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।

इसी क्रम में, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कन्वेनियर श्री संजीव कुमार ने बंदियों और उपस्थित छात्र-छात्राओं को लीगल एड क्लिनिक और जेल में बंद व्यक्तियों के लिए उपलब्ध कानूनी सहायता विकल्पों के बारे में बताया। उन्होंने जानकारी दी कि किस प्रकार जरूरतमंद बंदी निःशुल्क कानूनी सलाह और प्रतिनिधित्व प्राप्त कर सकते हैं।

इस महत्वपूर्ण विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, प्रयागराज, कारागार प्रशासन, और शैक्षणिक संस्थानों का प्रतिनिधित्व देखा गया। इस अवसर पर डॉक्टर विजय लक्ष्मी, श्री अजय कुमार, श्री गौरव सिंह, श्री अखिलेश प्रताप सिंह, इंटर्न सुश्री आयुषी शुक्ला सहित इलाहाबाद विश्वविद्यालय और आर्य कन्या विधि कॉलेज के बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं भी उपस्थित रहे, जिन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय योगदान दिया और विधिक जागरूकता के महत्व को समझा।

उक्त जानकारी जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, प्रयागराज के सचिव, श्री दिनेश कुमार गौतम द्वारा प्रदान की गई।