आरएसएस के स्वयंसेवकों ने शाखा में मनाई होली, एक दूसरे को लगाया अबीर-गुलाल

आरएसएस के स्वयंसेवकों ने शाखा में मनाई होली, एक दूसरे को लगाया अबीर-गुलाल

आरएसएस के स्वयंसेवकों ने शाखा में मनाई होली, एक दूसरे को लगाया अबीर-गुलाल

मऊ, 17 मार्च। सनातनी संस्कृति में त्यौहारों का अपना एक पौराणिक महत्व होता है। हमारे त्यौहार अपने आप में प्रकृति की तमाम सुन्दरता को समेटे हुए होते हैं। जो मनुष्य सहित तमाम प्राणियों में ऊर्जा का प्रवाह करते हैं।



उक्त विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जनपद मऊ के जिला प्रचारक राजीव नयन गुरुवार को शाखा पर स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए कही। वह नगर के निजामुद्दीनपुरा स्थिति जीवन राम छात्रावास के मैदान में नगर की सम्मलित शाखाओं के होली मिलन समारोह में स्वयंसेवकों को संबोधित कर रहे थे।




नयन ने कहा कि इन्हीं त्योहारों में से होली का त्यौहार भी आता है जो मानव जीवन में आपसी भाईचारे का एहसास कराता है। इस दिन लोग अपने सारे मतभेद, गिले शिकवे भुलाकर एक दूसरे को को गले लगाते हैं।



उन्होंने कहा कि हमें होली का त्यौहार परंपरागत तरीके से ही मनाना चाहिए। इधर हिंदू त्योहारों पर कुठाराघात करने वाली शक्तियों द्वारा होली के त्यौहार को विकृत करने का षड्यंत्र किया जा रहा है। इसलिए हमें उससे सावधान रहने की आवश्यकता है।



उन्होंने कहा कि हमारे त्यौहार है अहिंसा को बढ़ावा देते हैं। परंतु इधर आसुरी शक्तियों द्वारा होली के त्यौहार में मांस-मदिरा को बढ़ावा देने की प्रथा दे डाली है। इसलिए इससे बचना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि हमें कपड़ा फाड़ होली से भी दूर रहना चाहिए, यह हमारी संस्कृति के खिलाफ है।



समारोह में नगर की कुल 14 शाखाओं के स्वयंसेवक अपनी-अपनी शाखाएं लगाकर विभिन्न खेलकूद, योग, व्यायाम आदि किए। समारोह के अंत में एकल गीत प्रस्तुत किया गया। बाद में सभी स्वयंसेवकों ने आपस में एक दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर गले मिले और होली की शुभकामना दीं।



इस अवसर पर प्रमुख रुप से नगर संघ चालक बालकृष्ण थरड, जिला संपर्क प्रमुख एडवोकेट राजेश पांडेय, नगर कार्यवाह सुनील कुमार, नगर व्यवस्था प्रमुख अभिषेक खंडेलवाल, नगर विस्तार प्रवीण, सुनील कुमार दुबे सोनू, अभिषेक बरनवाल, कृष्ण शरण सिंह, राधेश्याम सिंह, उमाशंकर तिवारी, रामकुंवर, उत्तम सिंह, मधुकर राय, डॉ बी एन पांडेय, डीजीसी सिविल प्रमोद साहनी, अपर डीजीसी अनिल पांडेय, डा. मनीष राय, राजा आनंद ज्योति सिंह, आत्म प्रकाश उर्फ मोनू प्रवीण, विनोद गुप्ता, रमेश सोनकर, रमेश शर्मा, नन्दलाल साहनी, छोटेलाल गांधी, डा. अरविन्द श्रीवास्तव, सुनील यादव, अभय सिंह सोनू, धर्मेन्द्र राय गोपाल आदि मौजूद रहे।