हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार पर बनी फिल्म "द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल" के ट्रेलर को जगदगुरु रामभद्राचार्य ने किया लॉन्च

हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार पर बनी फिल्म द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल के ट्रेलर को जगदगुरु रामभद्राचार्य ने किया लॉन्च

हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार पर बनी फिल्म "द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल" के ट्रेलर को जगदगुरु रामभद्राचार्य ने किया लॉन्च

चित्रकूट, 12 अगस्त । बांग्ला देश और पश्चिम बंगाल में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार पर आधारित फिल्म द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल मूवी के ट्रेलर को धर्म नगरी चित्रकूट से श्री तुलसी पीठाधीश्वर जगदगुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने रिलीज कर दिया है। इस दौरान फिल्म निर्माता जितेंद्र नारायण सिंह (वसीम रिजवी) एवं फिल्म निर्देशक सनोज मिश्रा सहित कई फिल्मी किरदार मौजूद रहे हैं। इस फिल्म के ट्रेलर में दिखाए गए हिंदुओं के साथ अत्याचार को देखकर जगदगुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज भावुक हो गए।

यह फिल्म जितेंद्र नारायण सिंह (वसीम रिजवी) ने बनाई है। जितेन्द्र नारायण सिंह इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म को अपनाया है। इसके बाद उन्होंने बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार को देखकर उस दर्द को लोगों के सामने लाने के लिए द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल मूवी बनाने की शुरुआत की थी। फिल्म निदेशक सनोज मिश्रा के नेतृत्व में यह फिल्म बनाई गई है। इस फिल्म को बनाने में पिश्चिम बंगाल की सरकार ने कई मुकदमें लगाकर उन्हें टॉर्चर भी किया। कड़े संघर्ष के बाद यह फिल्म बनकर तैयार हो गई है। जगद्गुरु रामभद्राचार्य महराज ने आज चित्रकूट से इस फिल्म के ट्रेलर को लांच किया है। इस फिल्म में बांग्ला देश की उस घटना का भी जिक्र किया गया है जिसमें एक हिंदू परिवार को मुस्लिमों द्वारा काफिर बताकर पूरे परिवार की हत्या कर दी जाती है और एक 14 साल की लड़की के साथ गैंगरेप किया जाता है। इससे उस वक्त लड़की की मां उन हैवानों से कहती है कि उसके साथ एक साथ नहीं बल्कि बारी बारी से दुष्कर्म करें नहीं तो वह मर जायेगी। अंत में उस लड़की की मौत हो जाती है। ऐसी ही बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं के साथ खौफनाक वारदात को इस फिल्म के माध्यम से दिखाया गया है। इसके साथ ही म्यामार से आए राेहिंग्या शरणार्थियों और बंगलादेश से आए अवैध घुसपैठियों की पृष्ठभूमि में यह फिल्म पश्चिम बंगाल में जीवन की एक जीवंत तस्वीर को पेश करती है। इस क्षेत्र की परंपराओं को आधुनिक चुनौतियों और लव जिहाद के साथ जोड़ा गया है। इन्हीं सभी विषयों पर इस फिल्म में उस दर्द को दिखाया गया जो बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के हिंदुओं के साथ हो रहा है। वहीं इस फिल्म को लेकर जगद्गुरु का कहना है कि इस फिल्म को ज्यादा से ज्यादा लोग देखें कि कैसे हिंदुओं के साथ अत्याचार हो रहा है। हर हिंदू जाग्रत हो जाए और प्रत्येक हिंदू के अपमान का दंड हम उन्हें देंगे। भारत में हम 80 प्रतिशत हिंदुओं की संख्या को करके रहेंगे। इसके लिए अभियान चलाएंगे।