चित्रकूट : टोक्यो ओलम्पिक में भारत को कांस्य पदक दिलाने में हॉकी टीम के कोच पीयूष दुबे का हुआ स्वागत

चित्रकूट : टोक्यो ओलम्पिक में भारत को कांस्य पदक दिलाने में हॉकी टीम के कोच पीयूष दुबे का हुआ स्वागत

चित्रकूट : टोक्यो ओलम्पिक में भारत को कांस्य पदक दिलाने में हॉकी टीम के कोच पीयूष दुबे का हुआ स्वागत

चित्रकूट, 24 सितम्बर। टोक्यो में बीते दिनों आयोजित ओलंपिक खेलों में भारत को कांस्य पदक दिलाने वाले भारतीय हॉकी टीम के कोच पीयूष दुबे का शुक्रवार को धर्मनगरी चित्रकूट आगमन हुआ। यहां पर श्रीजी इंटरनेशनल स्कूल और चित्रकूट पब्लिक स्कूल में आयोजित भव्य स्वागत समारोह किया। दोनों जगह आयोजकों ने उन्हें शाल, श्रीफल आदि प्रतीक चिन्ह देकर देश को शानदार उपलब्धि दिलाने के लिए सम्मानित किया। उनके साथ उन्हें हाॅकी स्टिक पकड़ा कर इस मुकाम तक पहुंचाने वाले उनके गुरु पूर्व भारतीय हॉकी टीम के कोच प्रेम शंकर शुक्ला का भी अभिनन्दन किया गया।

इस मौके पर बेहद भावुक नजर आए पीयूष दुबे ने कहा कि भगवान राम की तपोस्थली चित्रकूट में जो सम्मान और बड़े बुजुर्गों व संतों का आशीर्वाद मिला उससे उन्हें और आगे बढ़ने की ऊर्जा मिली है। सीपीएस के बच्चों ने पीयूष दुबे के बचपन से लेकर अब तक हाॅकी से जुड़ी गतिविधियों की झांकी प्रस्तुति कर उनका दिल जीत लिया। वह बोले, पूरी दुनिया में ऐसा सम्मान, ऐसी छात्र-छात्राओं की प्रस्तुति कभी देखने को नहीं मिली है और ना शायद भविष्य में मिलेगी। बच्चों को आगे बढ़ने के लिए उन्होंने कई प्रेरक अनुभव साझा किया।

उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति की सफलता जीवन में तब मानी जाती है जब उसे ऊंची मुकाम की उपलब्धि मिलती है। यह उपलब्धि सतत प्रयास से ही संभव है। जब तक स्वप्रेरणा नहीं होती, तब तक कोई अपने जीवन के लक्ष्य को हासिल नहीं कर सकता। हर व्यक्ति को जीवन में एक लक्ष्य बनाना चाहिए और उस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए पूरी इमानदारी से कठिन परिश्रम करना चाहिए। कहा कि जो खिलाड़ी होते हैं उनकी याददाश्त बहुत अच्छी होती है इसलिए पढ़ाई के समय खेल और पढ़ाई में सामंजस्य होना चाहिए। कहा कि भारत को 41 वर्षों बाद ओलंपिक 2020 में कांस्य पदक मिला है। इससे हमारा देश का गौरव पूरी दुनिया में बढ़ा है। इस उपलब्धि के पीछे देश के प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा भी बहुत काम आई है। उन्होंने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी खेल प्रेमी बताते हुए कहा कि उन्होंने हॉकी टीम का बहुत सम्मान किया है।

श्रीजी इंटरनेशनल स्कूल में भी भारतीय हॉकी कोच पीयूष दुबे के सम्मान में भव्य स्वागत समारोह आयोजित किया गया। जिसकी अध्यक्षता प्रख्यात कथावाचक आचार्य नवलेश दीक्षित ने की। कार्यक्रम में स्कूल के मैनेजर डॉ सुरेंद्र अग्रवाल, निदेशक स्वप्निल अग्रवाल प्रिंसिपल भारती शर्मा ने पीयूष दुबे जी उनकी धर्मपत्नी श्रीमती ज्योति दुबे को प्रतीक चिन्ह व शाल भेंट कर सम्मानित किया। पूर्व हॉकी टीम के कोच प्रेम शंकर शुक्ला ने कहा उनके शिष्य मौजूदा भारतीय हॉकी टीम के कोच पीयूष दुबे के नेतृत्व में ओलंपिक खेलों में हाकी टीम ने पूरे देश का माथा ऊंचा किया है।

इस मौके पर प्रेम शंकर शुक्ल द्वारा लिखी हॉकी खेल से संबंधित पुस्तक का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम में हाकी कोच की धर्मपत्नी ज्योति दुबे, विजय सिंह, विपुल सिंह, अंकित त्रिपाठी, सुरेश मिश्रा उर्फ राजा भाई, सुधांशु पांडे के अलावा प्रेस क्लब चित्रकूट के अध्यक्ष अशोक द्विवेदी समाजसेवी केशव शिवहरे आदि मौजूद रहे। इससे पूर्व चित्रकूट पब्लिक स्कूल के प्रबंधक रचित अग्रवाल ने उन्हें राम चरित मानस भेंट की और शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान सीपीएस के संरक्षक मंडल के राजीव अग्रवाल, संजय अग्रवाल, विवेक अग्रवाल, गिरीश अग्रवाल और विद्यालय के प्रधानाचार्य सुरेश चंद वर्मा ने भी भारतीय हॉकी कोच का स्मृति चिन्ह देकर अभिनन्दन किया।