तीन बंगाल निवासियों की पहलगाम आतंकी हमले में मौत, शोक संतप्त परिवारों से मिल रही सरकार

तीन बंगाल निवासियों की पहलगाम आतंकी हमले में मौत, शोक संतप्त परिवारों से मिल रही सरकार

कोलकाता, 23 अप्रैल (हि. स.)।जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार, 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में पश्चिम बंगाल के तीन पर्यटकों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान कोलकाता के निवासी बितन अधिकारी, बेहाला निवासी समीर गुहा और पुरुलिया जिले के झालदा निवासी मनीष रंजन के रूप में हुई है।

हमले के बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मृतकों के परिजनों से संपर्क साधा है और हर संभव सहायता मुहैया कराई जा रही है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि दिल्ली हवाई अड्डे पर परिजनों की मदद के लिए प्रशासन ने सभी इंतजाम किए हैं। उन्होंने लिखा कि फ्लाइट आज रात 8:30 बजे कोलकाता पहुंचेगी। दिल्ली में हमारे रेजिडेंट कमिश्नर का कार्यालय पीड़ित परिवारों के लगातार संपर्क में है। मैं खुद निगरानी कर रही हूं और वरिष्ठ अधिकारी सक्रिय रूप से काम में लगे हैं।

मुख्यमंत्री ने हमले में मारे गए बितन अधिकारी की पत्नी से भी बात की और दुख की इस घड़ी में हरसंभव सहायता का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि शब्द इस दुःख की घड़ी में अपर्याप्त हैं, फिर भी मैंने उन्हें आश्वस्त किया कि राज्य सरकार उनके पति के पार्थिव शरीर को कोलकाता लाने के लिए सभी कदम उठा रही है।

ममता बनर्जी ने इस अमानवीय आतंकी हमले की निंदा करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की।

राज्य के मंत्री अरूप विश्वास ने बितन अधिकारी के कोलकाता स्थित आवास पर जाकर उनके परिवार से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि बितन अधिकारी अमेरिका में रहते थे और छुट्टी पर भारत आए थे। हमले के वक्त वह अपनी पत्नी और बेटे के साथ पहलगाम में थे। मंत्री ने बताया कि बितन का पार्थिव शरीर गुरुवार, 24 अप्रैल को कोलकाता लाया जाएगा।

मारे गए समीर गुहा केंद्र सरकार के कर्मचारी थे और अपनी पत्नी व बेटी के साथ पहलगाम गए थे। उनके परिजनों ने बताया कि हमलावरों ने पहले उनकी पहचान पूछी, फिर उन्हें गोली मार दी। पश्चिम बंगाल सरकार के अधिकारी उनके परिजनों से भी मिलकर मदद पहुंचा रहे हैं।

तीसरे मृतक मनीष रंजन आबकारी विभाग में निरीक्षक थे और अपने परिवार के साथ छुट्टी मनाने गए थे। हालांकि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी सूची में उन्हें बिहार निवासी बताया गया है। लेकिन वे पुरुलिया में रहते थे। राज्य सरकार ने उनके भी परिजनों से संपर्क साधा है।