"जनता दर्शन में प्रमोद की गुहार: जिलाधिकारी से मदद की अपील"

"आर्थिक तंगी में फंसे प्रमोद की जिलाधिकारी से मदद की पुकार"

"जनता दर्शन में प्रमोद की गुहार: जिलाधिकारी से मदद की अपील"

जिला मुख्यालय पर जिलाधिकारी श्री रविन्द्र कुमार माँदड़ का 'जनता दर्शन' कार्यक्रम अपने निर्धारित समय पर चल रहा था। प्रत्येक दिन की तरह, आज बृहस्पतिवार को भी वे पूरी तन्मयता और संवेदनशीलता के साथ दूर-दराज से आए लोगों की समस्याओं को सुन रहे थे और मौके पर ही उनके त्वरित निस्तारण के निर्देश दे रहे थे। यह कार्यक्रम सीधे जनता से जुड़ने और उनकी पीड़ा समझने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है, और आज इसी क्रम में एक मार्मिक प्रकरण सामने आया।

इसी 'जनता दर्शन' में, अपनी बारी का इंतजार करते हुए, ग्राम गींज, पोस्ट चॉमू, थाना बारा निवासी श्री प्रमोद कुमार केसरवानी अपनी व्यथा लेकर उपस्थित हुए। उन्होंने कांपते स्वर में जिलाधिकारी महोदय को बताया कि उनके एक पैर में असहनीय और लगातार दर्द बना रहता है। इस शारीरिक पीड़ा के कारण वे किसी भी प्रकार का शारीरिक श्रम करने में बिल्कुल अक्षम हो गए हैं। उनकी यह विकलांगता उनके लिए एक गंभीर बाधा बन गई है, जिससे वे अपना और अपने परिवार का पेट पालने के लिए कोई काम नहीं कर पा रहे हैं। नतीजा यह हुआ है कि उनकी आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है और उनके परिवार का भरण-पोषण करना एक दुष्कर कार्य बन गया है। घर में अभाव और चिंता का माहौल है, और वे अपने परिवार के लिए दो वक्त की रोटी भी मुश्किल से जुटा पा रहे हैं।

अपनी इस दारुण स्थिति से मुक्ति पाने के लिए, प्रार्थी प्रमोद कुमार केसरवानी ने जिलाधिकारी महोदय से करबद्ध निवेदन किया कि वे उनके पैर के उचित इलाज की व्यवस्था कराने में सहायता करें, ताकि कम से कम दर्द से राहत मिल सके। इसके अतिरिक्त, उन्होंने अपनी और अपने परिवार की आजीविका सुनिश्चित करने हेतु एक स्थायी समाधान के रूप में एक राशन एवं घरेलू आवश्यक वस्तुओं की छोटी दुकान खोलने की प्रबल इच्छा व्यक्त की। उन्होंने जिलाधिकारी से इस दुकान को शुरू करने के लिए आवश्यक पूंजीगत आर्थिक मदद उपलब्ध कराने का आग्रह किया, जिससे वे सम्मानजनक तरीके से अपना जीवनयापन कर सकें और दूसरों पर निर्भर न रहें।

जिलाधिकारी श्री रविन्द्र कुमार माँदड़ ने श्री प्रमोद कुमार केसरवानी की पूरी बात अत्यंत धैर्य और गहरी सहानुभूति के साथ सुनी। उनकी पीड़ा और संघर्ष को महसूस करते हुए, जिलाधिकारी महोदय ने तुरंत उन्हें आश्वस्त किया कि प्रशासन उनकी हर संभव सहायता करेगा और उन्हें उन सभी सरकारी योजनाओं और सुविधाओं का लाभ दिलवाया जाएगा, जिनके वे नियमों के अनुसार पात्र हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी जरूरतमंद को इस तरह की स्थिति में अकेला नहीं छोड़ा जाएगा और उनके लिए एक ठोस समाधान खोजने का प्रयास किया जाएगा।

बात सुनने के उपरांत, जिलाधिकारी महोदय ने जनता दर्शन में तत्काल उपस्थित संबंधित विभागों के अधिकारियों और अन्य सहयोगियों को स्पष्ट और त्वरित निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर प्रकरण है और इसमें तत्काल मानवीय हस्तक्षेप की आवश्यकता है। उन्होंने निर्देश दिया कि अधिकारियों और समाज के सहयोग (जन-सहयोग) से मिलकर प्रार्थी प्रमोद कुमार केसरवानी के लिए एक राशन और आवश्यक वस्तुओं की दुकान स्थापित करने हेतु आवश्यक सामग्री, विशेष रूप से खाद्यान्न और शुरुआती स्टॉक के लिए लगभग एक लाख रुपये मूल्य की आर्थिक सहायता अथवा वस्तु रूप में सामग्री की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। जिलाधिकारी का उद्देश्य स्पष्ट था: प्रदान की गई यह सहायता राशि प्रमोद कुमार केसरवानी को न केवल दुकान शुरू करने में मदद करेगी, बल्कि इससे होने वाली शुरुआती आय या बचत से वे अपने पैर के दर्द का समुचित इलाज भी करा सकेंगे और अपने परिवार का भरण-पोषण भी कर पाएंगे। यह मदद उनके जीविकोपार्जन के लिए एक स्थायी आधार प्रदान करेगी और उन्हें आत्मनिर्भर बनने में सहायक होगी।

जिलाधिकारी महोदय के इन त्वरित एवं संवेदनशील निर्देशों के अनुपालन में, जनता दर्शन के दौरान उपस्थित अधिकारियों ने तत्काल कार्यवाही प्रारंभ करने की पुष्टि की। उन्होंने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि श्री प्रमोद कुमार केसरवानी के लिए प्रस्तावित राशन और आवश्यक वस्तुओं की दुकान हेतु एक लाख रुपये मूल्य के खाद्यान्न एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु संबंधित विभागों और सहयोगियों के साथ आवश्यक पत्राचार एवं समन्वय की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि इस दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है और शीघ्र ही इस सहयोग धनराशि/सामग्री से प्रमोद कुमार केसरवानी को उनकी दुकान शुरू करने के लिए आवश्यक स्टॉक उपलब्ध करा दिया जाएगा, ताकि वे जल्द से जल्द अपनी आजीविका कमाना शुरू कर सकें और उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार आ सके। जिलाधिकारी की यह पहल निश्चित रूप से एक जरूरतमंद व्यक्ति के जीवन में बड़ा सकारात्मक बदलाव लाएगी।