महाकुम्भ 2025 को समावेशी कुम्भ बनाने की पहल

आइडिया दीजिये और महाकुम्भ का हिस्सा बनिये

महाकुम्भ 2025 को समावेशी कुम्भ बनाने की पहल

प्रयागराज, 30 दिसम्बर। कुम्भ 2019 ने उत्तर प्रदेश को वैश्विक पटल पर एक विशेष पहचान दी। यूनेस्को ने इसे विश्व की मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर तक घोषित कर दिया था। आगामी महाकुम्भ 2025 से विश्व भर की अपेक्षाएं इससे जुड़ी हुई हैं। इसलिए यह महाकुम्भ उप्र की प्रशासनिक क्षमता, सांस्कृतिक समृद्धि एवं पर्यटन क्षेत्र की सुविधाओं को प्रदर्शित करने का भी बड़ा माध्यम बन सकता है। इन सभी प्रयासों से एक कदम आगे जाकर महाकुम्भ अब प्रदेश की 24 करोड़ की जनता के विचारों का भी प्रतिबिम्ब बने इसके लिए सरकार इसे समावेशी रूप देने जा रही है।

महाकुम्भ के पहले समावेशी महाकुम्भ का आयोजन

महाकुम्भ के आयोजन में अभी तक सरकारी एजेंसियों के विचार ही समाहित होते थे। लेकिन अब सरकार इससे एक कदम आगे जाना चाहती है। इसके लिए प्रदेश का पर्यटन विभाग अधिक से अधिक लोगों को महाकुम्भ से जोड़ने जा रहा है।

प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह बताती हैं कि “इसमें सरकार ज्यादा से ज्यादा लोगों के विचारों को भी इसमें शामिल करना चाहती है“। उनका यह भी कहना है कि हर किसी के पास एक बहुत बेहतर आइडिया होता है जो अब तक सरकार तक नहीं पहुंच पाता था। इसलिए लोगो के महाकुम्भ से जुड़े आइडिया को सरकार के साथ साझा करने के लिए अब सरकार प्रयास करने जा रही है। इसमें मीडिया के माध्यम से ऐसे सभी लोगो को अपने महाकुम्भ से जुड़े आइडिया को साझा करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। इसमें लोग अपना ऐसा कोई सुझाव दे सकते हैं जो अभी तक महाकुम्भ में अमल में न लाया गया हो और जिससे ज्यादा से ज्यादा पर्यटक इस बार के महाकुम्भ में आयें। इससे महाकुम्भ अपने समावेशी स्वरूप में सामने आयेगा जिसमे ज्यादा से ज्यादा लोगों के विचार इसमें शामिल होंगे।

क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी के मुताबिक़ इसके लिए पर्यटन विभाग महाकुम्भ के पहले समावेशी महाकुम्भ का आयोजन करने जा रहा है। इसमें पर्यटन विभाग एक प्रतियोगिता का आयोजन करेगा, जिसमे लोगों के कुम्भ के आयोजन से जुड़े आइडिया मांगे जायेंगे। इस प्रतियोगिता में सबसे अलग तीन आइडिया देने वाले लोगों को पर्यटन विभाग प्रोत्साहन देगा। उनका यह आइडिया महाकुम्भ के आयोजन का अंग भी बनेगा।

-व्लोगेर्स और यूट्यूबर कॉन्क्लेव का भी होगा आयोजन

मौजूदा दौर में डिजिटल मीडिया ने जन-जन तक अपना विस्तार कर लिया है। इन्टरनेट के विस्तार और मोबाइल यूजर्स की तेजी से बढ़ती संख्या देखते हुए पर्यटन विभाग डिजिटल मीडिया के माध्यम से भी डोमेस्टिक और इंटरनेशनल टूरिस्ट को महाकुम्भ से जोड़ना चाहता है। अपराजिता सिंह के मुताबिक पर्यटन विभाग महाकुम्भ के पहले व्लोगर्स और यूट्यूबर की एक कॉन्क्लेव कराने जा रहा है। ऐसे सभी व्लोगर्स और यूट्यूबर के साथ बातचीत करके पर्यटन विभाग उन्हें अपने साथ जोड़ने का प्रयास करेगा, जो महाकुम्भ से जुड़े कंटेंट को निरंतर ऑनलाइन मीडिया में जगह देते आ रहे हैं।