प्रयागराज में हीटवेव से बचाव के लिए व्यापक योजना: मलिन बस्तियों के मकानों पर सफेद पेंट

 जागरूकता अभियान, और समिति का गठन

प्रयागराज में हीटवेव से बचाव के लिए व्यापक योजना: मलिन बस्तियों के मकानों पर सफेद पेंट

प्रयागराज, 21 मई: प्रयागराज में भीषण गर्मी और हीटवेव के खतरे को देखते हुए नगर निगम ने नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए एक व्यापक योजना तैयार की है। शहर में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंचने के कारण, नगर निगम ने "सिटी हीट एक्शन प्लान" को लागू करने की तैयारी कर दी है।

जागरूकता अभियान:

इस योजना के तहत, शहर के विभिन्न हिस्सों में पब्लिक एड्रेस सिस्टम (PA System) के माध्यम से रेडियो जिंगल्स और वीडियो मैसेज चलाए जाएंगे ताकि लोगों को हीटवेव से बचाव के उपायों के बारे में जागरूक किया जा सके। इन संदेशों में गर्मी से बचने के तरीके, जैसे कि हाइड्रेटेड रहना, धूप में कम निकलना, और हल्के रंग के कपड़े पहनना, शामिल होंगे।

मलिन बस्तियों में विशेष ध्यान:

अपर नगर आयुक्त श्री दीपेंद्र यादव ने बताया कि मलिन बस्तियों के मकानों की छतों को सफेद रंग से पेंट किया जाएगा। सफेद रंग सूर्य की किरणों को परावर्तित करता है, जिससे घरों के अंदर का तापमान 3-4 डिग्री सेल्सियस तक कम हो सकता है। यह उपाय गरीब और कमजोर समुदायों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जो अक्सर गर्मी से अधिक प्रभावित होते हैं।

हीटवेव प्रबंधन समिति:

शासन के निर्देशानुसार, हीटवेव प्रबंधन के लिए 18 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। इस समिति में नगर आयुक्त अध्यक्ष होंगे और अपर नगर आयुक्त संयोजक होंगे। समिति में अपर जिलाधिकारी, डीसीपी, वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी, जिला मौसम अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी, श्रम विभाग के संयुक्त निदेशक, परिवहन विभाग के क्षेत्रीय प्रबंधक, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला अग्निशमन अधिकारी, ऊर्जा विभाग के अधिशासी अभियंता, जल निगम के अधिशासी अभियंता, जिला सूचना अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी और नगर आयुक्त द्वारा नामित एनजीओ के पदाधिकारी सदस्य होंगे। यह समिति हीटवेव से निपटने के लिए रणनीति बनाने, उपायों को लागू करने और विभिन्न विभागों के बीच समन्वय स्थापित करने का कार्य करेगी।

कार्यशाला और योजना का विकास:

उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ गांधीनगर और प्रयागराज नगर निगम के संयुक्त प्रयास से हीटवेव एक्शन प्लान तैयार किया जा रहा है। इस संबंध में प्रयागराज स्मार्ट सिटी सभागार में एक कार्यशाला आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता अपर नगर आयुक्त श्री दीपेंद्र यादव ने की। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रयागराज में जनवरी 2024 से मई 2025 तक तापमान ने कई बार रिकॉर्ड तोड़ा है। मई 2025 में अधिकतम तापमान 45.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि पिछले वर्ष यह 48.8 डिग्री तक पहुंचा था।

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की परियोजना निदेशक डॉ. कनीज फातिमा ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार लू और गर्मी की आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह सजग है और प्रदेश के सभी जिलों में हीट एक्शन प्लान लागू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश-स्तरीय हीट एक्शन प्लान पहले ही बना लिया है और अब जिलों में इसे ज़मीन पर उतारा जा रहा है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) और भारत सरकार ने उत्तर प्रदेश द्वारा उठाए गए प्रयासों की सराहना की है और सभी प्रमुख शहरों के लिए हीट एक्शन प्लान तैयार करने की सिफारिश की है।

योजना के प्रमुख तत्व:

  • पीए सिस्टम द्वारा जागरूकता: लगातार ऑडियो संदेश प्रसारित किए जाएंगे, ताकि लोग लू से बचाव के उपायों को समझ सकें।
  • छतों पर सफेद पेंट: मलिन बस्तियों में घरों की छतों पर सफेद पेंट या चूना लगाया जाएगा, जिससे अंदरूनी तापमान 3–4 डिग्री तक कम हो सके।
  • सार्वजनिक स्थानों पर सुविधाएं: सार्वजनिक स्थानों पर छाया और पेयजल की व्यवस्था की जाएगी।
  • ग्रीन बेल्ट का विकास: शहर में ग्रीन बेल्ट विकसित की जाएगी और पानी एवं ओआरएस की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।

अहमदाबाद मॉडल का अनुसरण:

अधिकारियों ने बताया कि प्रयागराज का एक्शन प्लान अहमदाबाद मॉडल को अपनाते हुए तैयार किया जा रहा है, ताकि तापमान जनित बीमारियों और मृत्यु दर को कम किया जा सके।

इस कार्यशाला में डॉ. कनीज़ फातिमा, श्रीमती प्रियंका द्विवेदी, प्रो. महावीर गोलेच्छा और स्वास्थ्य, पुलिस, शिक्षा विभाग, परिवहन, नगर निगम, उद्यान सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

यह योजना प्रयागराज में हीटवेव के प्रभाव को कम करने और नागरिकों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।