हमें सरदार पटेल के सपनों को साकार करना है: केसरीनाथ त्रिपाठी

मोदी सरकार में भारत की संस्कृति विश्व पटल पर प्रकाशित : सरोज पांडेय

हमें सरदार पटेल के सपनों को साकार करना है: केसरीनाथ त्रिपाठी

प्रयागराज, 19 नवम्बर । नरेन्द्र मोदी की सरकार में भारत और भारत की संस्कृति विश्व पटल पर प्रकाशित हो रही है। हमें लोकल फॉर वोकल को आत्मसात कर भारत को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य करना है और क्रांतिकारियों के सपनों को पूरा करना है।

यह बातें मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय ने भारतीय जनता पार्टी के तत्वावधान में मेडिकल कॉलेज के प्रो. प्रीतमदास प्रेक्षागृह में 75वां आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में स्वागत सम्मान समारोह में कही। इस मौके पर चिकित्सा क्षेत्र से जुड़ी तमाम विभूतियों का अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया।

राज्यसभा सांसद ने केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे चिकित्सा क्षेत्र में तमाम कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि हमें आजादी बड़े बलिदान के बाद मिली है, उस बलिदान को हम ना भूलें और आने वाली पीढ़ी को बताएं कि किस प्रकार से हमें आजादी मिली है। कितने लोगों ने बलिदान दिए।

कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व राज्यपाल पंडित केसरीनाथ त्रिपाठी ने की। उन्होंने कहा कि भारत को स्वतंत्रता दिलाने में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की सबसे बड़ी भूमिका रही। उनके आंदोलनों के तहत ब्रिटिश सरकार को झुकना पड़ा। उन्होंने कहा कि आज भारत सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है और उसकी मर्यादा का पालन भारत में हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमें देश की आजादी के बाद खंडित भारत मिला लेकिन सरदार पटेल ने खंडित भारत को अखंड राष्ट्र बनाने के लिए कार्य किया। उनके सपनों का हमें भारत बनाने का कार्य करना है। आज की राजनीति मर्यादा विहीन हो चुकी है, उसे मर्यादा में लाने का कार्य करना है।


भाजपा महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी ने कहा कि प्रयागराज की धरती अमर क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद, ठाकुर रोशन सिंह, लाल पदमधर जैसे क्रांतिकारियों की धरती है। जहां से हजारों क्रांतिकारियों ने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी और अपने प्राणों की आहुति दी। ऐसे में हमें इस अमृत महोत्सव वर्षगांठ के अवसर पर उन्हें याद करते हुए सदैव याद रखने का संकल्प लेना होगा।

कार्यक्रम के संयोजक डॉ एलएस ओझा रहे और संचालन आभा मधुर ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से विधायक हर्षवर्धन बाजपेई, अवधेश चंद्र गुप्ता, नरेंद्र देव पांडेय, राघवेंद्र मिश्रा, प्रो. के.बी पांडे, डॉ सुशील सिन्हा, वरुण केसरवानी, कुंज बिहारी मिश्रा, राजेश केसरवानी, आशीष गुप्ता, पुष्पराज जायसवाल, विदुप अग्रहरी, प्रो विभवराम मिश्रा, मुरारी लाल अग्रवाल, राजू पाठक, रमेश चंद्र पांडे, सचिन जायसवाल, कविता यादव त्रिपाठी, अंकुर गुप्ता अनिल भट्ट, हिमांशु पांडेय, आयुष अग्रहरी आदि उपस्थित रहे।