सनातन धर्मानुयाईयों में श्रद्धा है, समर्पण नहीं : डॉ अनिरुद्ध

सनातन धर्मानुयाईयों में श्रद्धा है, समर्पण नहीं : डॉ अनिरुद्ध

सनातन धर्मानुयाईयों में श्रद्धा है, समर्पण नहीं : डॉ अनिरुद्ध

प्रयागराज, 06 अप्रैल (हि.स.)। श्री नव संवत्सर मानस समिति कल्याणी देवी मंदिर प्रयागराज के तत्वावधान में आयोजित श्री राम कथा कार्यक्रम में कथा स्थल माता कल्याणी देवी पार्क में प्रभु श्रीरामचंद्र जी का प्राकटयोत्सव कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। कथा व्यास डॉ अनिरुद्ध महाराज ने ’भये प्रकट कृपाला दीन दयाला’ भजन का संगीतमय गायन किया एवं भगवान राम को भोग अर्पित किया। मुख्य यजमान पंव कृष्ण कुमार पाठक ने भगवान राम की भव्य दिव्य आरती एवं पंव शिवकुमार त्रिपाठी ने जन्मोत्सव पूजा संस्कार कार्यक्रम किया।

वृंदावन धाम से आए व्यास डॉ अनिरुद्ध महाराज ने कहा सनातन धर्मी बहादुर हैं। उनमें धर्म व ईश्वर के प्रति श्रद्धा एवं विश्वास तो है किंतु समर्पण के भाव की कमी है। यही कारण है कि एक काल विशेष में जहां कुछ सनातनी हिन्दू योद्धाओं एवं वीरांगनाओं ने दुश्मनों की जान लेने व जान देने की लड़ाई लड़ी, वही कुछ लोग भय व लोभ वश धर्मांतरित हो गए। अब पुनः सनातन धर्मियों को संगठित होना चाहिए और हनुमान जी की तरह अपनी शक्ति पहचानना चाहिए।

श्री नव संवत्सर मानस समिति के संयोजक एवं मां कल्याणी देवी मंदिर के अध्यक्ष एवं सुशील कुमार पाठक ने सनातन धर्मियों का आवाहन किया कि उन्हें अपनी शक्ति और ईश्वर की कृपा पर पूर्ण भरोसा होना चाहिए। श्री नव संवत्सर मानस समिति के अध्यक्ष उदयभान करवरिया ने कहा कि हजारों वर्षों तक मानसिक दुर्दशा व दबाव में जीने वाले सनातन धर्मी हिंदुओं को उनके सुरक्षा, सम्मान व समृद्धि का ध्यान रखने वाली सरकार का संरक्षण मिला है जो सभी नागरिकों व देशवासियों को समान भाव से देखती हैं और सब का विकास भी कर रही है।

समिति के प्रवक्ता ओंकार नाथ त्रिपाठी ने बताया कि कार्यक्रम में औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी एवं अभिलाषा गुप्ता नंदी पूर्व महापौर ने भी डॉ अनिरुद्ध को माल्यार्पण करके आशीर्वाद लिया। अनिल कुमार पाठक, कृष्ण कुमार पाठक, मुकेश पाठक, शिवकुमार त्रिपाठी, महामंत्री सुबोध खन्ना, राकेश चौरसिया, कुंवरजी टंडन, आनंद जी टंडन, कुमार नारायण, शिव कुमार वैश्य, सतीश कुमार वैश्य, विजय वैश्य, अनिल चौरसिया, प्रकाश डालमिया, राजेश केसरवानी आदि ने भगवान राम, माता सीता, हनुमान जी एवं लक्ष्मण जी की आरती की।