नगर निगम सदन के दो साल : ‘‘2 साल बेमिसाल‘‘ पुस्तक विमोचन कार्यक्रम का भव्य आयोजन
प्रयागराज के महापौर गणेश केसरवानी के 2 वर्षों की उपलब्धियाँ

प्रयागराज। नगर निगम सदन द्वारा सफलतापूर्वक अपने कार्यकाल के दो वर्ष पूर्ण करने के गौरवशाली अवसर पर, नगर निगम के प्रांगण में स्थित तुलसी पार्क में एक भव्य और गरिमापूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण अवसर को यादगार बनाने और इन दो वर्षों की उपलब्धियों को दस्तावेजीकृत करने के लिए "2 साल बेमिसाल" नामक एक विशेष पुस्तक का विमोचन किया जाना था। कार्यक्रम का कुशल संचालन सुश्री आभा द्विवेदी ने किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ अत्यंत पावन और पारंपरिक तरीके से हुआ। मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के द्वारा दीप प्रज्जवलित किया गया। इस अवसर पर उनके साथ प्रयागराज महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी और नगर आयुक्त श्री साई तेजा (आई.ए.एस.) भी उपस्थित थे। इस दौरान वातावरण को आध्यात्मिक बनाते हुए "अस्तो मा सद्गमय" का पवित्र उद्घोष किया गया, जिसने समस्त उपस्थित जनसमूह को शांति और सकारात्मकता से भर दिया।
इस विशेष अवसर पर मंच पर अनेक विशिष्ट अतिथिगण उपस्थित थे, जिनमें मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, माननीय महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी, डॉ. नरेन्द्र कुमार गौड़, सांसद प्रवीण पटेल, बारा के पूर्व विधायक वाचस्पति, विधायक पूजा पाल, विधान परिषद सदस्य सुश्री अनामिका, नगर आयुक्त प्रयागराज श्री साई तेजा (आई.ए.एस.) शामिल थे। इनके साथ-साथ समस्त सम्मानित पार्षदगण, शहर के सभी सम्मानित व्यापार मण्डलों के सदस्य तथा बड़ी संख्या में नगरवासी मौजूद थे, जिनकी गरिमापूर्ण उपस्थिति ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
महापौर का उद्बोधन : विकास की गाथा
नगर निगम प्रयागराज के दो साल बेमिसाल कार्यकाल की इस उपलब्धि पर आयोजित कार्यक्रम में महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी ने अपने उद्बोधन की शुरुआत भारत माता की जयघोष के साथ की। उन्होंने उपस्थित सभी आगंतुकों का हृदय से स्वागत किया और "अतिथि देवो भवः" की भारतीय परंपरा का स्मरण कराते हुए उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने प्रयागराज के विकास यात्रा के पिछले दो वर्षों पर विस्तार से चर्चा की और कई महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने आगामी महाकुम्भ मेला 2025 के भव्य आयोजन का उल्लेख किया, जिसे प्रयागराज के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर बताया। उन्होंने शहर की जनता द्वारा दी जा रही सेवा और समर्पण की सराहना की और प्रयागवासियों का हृदय से अभिनंदन एवं स्वागत किया।
नगर निगम प्रयागराज द्वारा किए गए अभूतपूर्व कार्यों में से एक के रूप में, उन्होंने बसवार प्लांट में 28 लाख टन कूड़े के वैज्ञानिक निस्तारण का ज़िक्र किया। उन्होंने बताया कि कैसे इस कार्य से बसवार के निवासियों को कूड़े की दुर्गंध और उससे होने वाली बीमारियों, विशेषकर कैंसर जैसी गंभीर समस्या से मुक्ति मिली, जो उनके लिए एक बड़ा निदान था।
उन्होंने प्रयागराज में आयोजित विश्व की सबसे बड़ी रंगोली को एक गौरवपूर्ण उपलब्धि बताया, जिसकी प्रशंसा आज भी पूरे भारतवर्ष और विश्व स्तर पर हो रही है। स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत शिक्षा, खेल, पर्यटन और योग जैसी प्रयागराज की समृद्ध विरासत को विकसित करने के प्रयासों पर भी उन्होंने प्रकाश डाला।
महापौर ने नगर निगम भवन के ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व को बनाए रखते हुए, चूना, सुर्खी, बालू, बेलगिरी और दाल जैसी पारंपरिक सामग्रियों से किए जा रहे निर्माण कार्य की विशिष्टता बताई। उन्होंने नैनी के अरैल क्षेत्र में ब्रह्मा जी की मूर्ति की स्थापना और शिवालय पार्क जैसे नए और अद्भुत पर्यटक स्थलों के विकास को भी विकास कार्यों में शामिल किया, जो शहर को पर्यटन के मानचित्र पर और ऊपर ले जाएंगे।
उप मुख्यमंत्री का संदेश : स्वच्छता और विकास का संकल्प
इसके पश्चात्, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने मंच संभाला। उन्होंने भी भारत माता की जयघोष के साथ अपना संबोधन शुरू किया और मंच पर उपस्थित समस्त सांसदगण, विधायकगण, नगर निगम के महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी जी, नगर आयुक्त श्री साई तेजा आई.ए.एस., समस्त अपर नगर आयुक्तों, समस्त पार्षदगणों सहित बड़ी संख्या में उपस्थित नगर वासियों का आभिवादन किया।
इस विशेष अवसर पर, उन्होंने "2 साल बेमिसाल" पुस्तक का विधिवत विमोचन किया और इस उपलब्धि पर अपनी प्रसन्नता और कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि प्रयागराज को स्वच्छता के मामले में भारत में प्रथम स्थान पर लाना, इंदौर को पछाड़कर, एक बड़ी चुनौती है, लेकिन वह इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए संकल्पबद्ध हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि माननीय महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी के अथक प्रयासों और नेतृत्व में प्रयागराज शीघ्र ही स्वच्छता के क्षेत्र में देश में नंबर वन स्थान प्राप्त करेगा।
उन्होंने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात मॉडल का उल्लेख करते हुए कहा कि हम उत्तर प्रदेश के हर नगर निगम में प्रयागराज को सर्वोच्च स्थान पर विकसित देखना चाहते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति भी गहरा आभार व्यक्त किया और बताया कि कुम्भ मेला 2025 की तैयारियों के संदर्भ में जब-जब मुख्यमंत्री का प्रयागराज में आगमन हुआ और जब-जब उनके (उप मुख्यमंत्री और महापौर) द्वारा विकास कार्यों के लिए बजट की मांग की गई, मुख्यमंत्री ने उसे सहर्ष स्वीकार किया।
इसी सहयोग का परिणाम है कि आज शहर में रिंग रोड का निर्माण, मार्गों का चौड़ीकरण, ब्रह्मा जी की मूर्ति की स्थापना, शिवालय पार्क का विकास, रेलवे स्टेशन का निर्माण और सौंदर्यीकरण, एयरपोर्ट का विकास जैसे महत्वपूर्ण कार्य हुए हैं, जिनके कारण तीर्थराज प्रयागराज का नाम पूरे विश्व में सम्मान और गौरव के साथ लिया जा रहा है।
उप मुख्यमंत्री ने आगामी 5 जून 2025 को पर्यावरण दिवस के महत्व पर ज़ोर देते हुए प्रयागराज शहरवासियों को "एक पेड़ माँ के नाम" संकल्प लेने और कम से कम एक पौधा अवश्य लगाने की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि शहर के प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान दे।
अपने संबोधन के अंत में, उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा और देश की मजबूती का भी उल्लेख किया। उन्होंने प्रधान मंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के अथक प्रयासों और सूझबूझ की सराहना करते हुए पाकिस्तान के नौ आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त करने की कार्रवाई का जिक्र किया, जिसकी प्रशंसा पूरे विश्व में हुई। उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' के माध्यम से पाकिस्तान के आतंकवादियों और नक्सलियों को भविष्य में धूल चटाने और उनका नामोनिशान मिटाने के प्रति प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता पर भी बात की, ताकि पहलगाम जैसी दुखद घटनाएं दोबारा न हों। यह दर्शाता है कि राष्ट्रीय सुरक्षा भी विकास के साथ-साथ एक महत्वपूर्ण विषय है, जिस पर सरकार निरंतर ध्यान दे रही है।
अपनी बातों को विराम देते हुए, उन्होंने देश के प्रधान मंत्री, प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी जनमानस का हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया।
कुल मिलाकर, नगर निगम सदन के दो वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित यह कार्यक्रम प्रयागराज नगर निगम की उपलब्धियों, भविष्य की योजनाओं और शहर के विकास के प्रति सामूहिक प्रतिबद्धता का एक सफल प्रदर्शन था। पुस्तक "2 साल बेमिसाल" इन प्रयासों का एक महत्वपूर्ण दस्तावेजीकरण है, जो निश्चित रूप से नगरवासियों को प्रेरित करेगा और नगर निगम के कार्यों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करेगा। कार्यक्रम का समापन सभी उपस्थित लोगों के प्रति आभार व्यक्त करने के साथ हुआ।