थायराइड कैंसर के उपचार में उपयोगी थायरॉइडेक्टॉमी
थायराइड कैंसर के उपचार में उपयोगी थायरॉइडेक्टॉमी
लखनऊ, 23 जुलाई । संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) के एंडोक्राइन सर्जरी विभाग द्वारा शुक्रवार को रोबोटिक और ओपन थायरॉइडेक्टॉमी पर लाइव कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में प्रख्यात एंडोक्राइन सर्जनों द्वारा एक घंटे के वीडियो आधारित व्याख्यान के साथ शुरू हुआ। इसके बाद लाइव ऑपरेटिव सर्जरी वर्कशॉप का आयोजन किया गया।
नई दिल्ली के डॉ. सुरेंद्र डबास द्वारा ट्रांस-ओरल रूट के माध्यम से रोबोटिक थायरॉयडेक्टॉमी किया गया। डॉ. डबास ने सर्जरी के ट्रांस-ओरल रूट का प्रदर्शन किया, जिसे सच्ची स्कारलेस सर्जरी माना जाता है। डाॅ. सुरेन्द्र ने बताया कि थायराइड कैंंसर के उपचार में थायरॉयडेक्टॉमी की जाती है। एक रोबोटिक थायरॉयडेक्टॉमी (ट्रांस-एक्सिलरी रूट) था जो बेंगलुरु के डॉ जगदीश्वर गौड़ द्वारा किया गया।
अंतिम सत्र में एक वीडियो आधारित व्याख्यान सत्र में केजीएमयू लखनऊ से डॉ. पूजा रमाकांत और मेदांता लखनऊ के डॉ. आलोक गुप्ता ने अपने विचार रखे।
कार्यशाला का उद्घाटन एसजीपीजीआई के निदेशक प्रो. आर.के धीमन ने किया। उद्घाटन सत्र में डॉ अनीश श्रीवास्तव, डीन एसजीपीजीआई एमएस, डॉ विवेक बिंदल, रीजेंट, क्लिनिकल रोबोटिक सर्जरी एसोसिएशन ऑफ इंडिया, और संस्थान के एंडोक्राइन सर्जरी विभाग के प्रमुख व रोबोटिक सर्जरी प्रोग्राम के नोडल अधिकारी प्रोफेसर अमित अग्रवाल शामिल रहे।