प्रयागराज माघ मेले में मौनी अमावस्या के दिन श्रद्धालुओं पर हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा

संगम पर उमड़ा आस्था का सैलाब, डेढ़ करोड़ से अधिक श्रद्धालु लगा चुके पुण्य की डुबकी

प्रयागराज माघ मेले में मौनी अमावस्या के दिन श्रद्धालुओं पर हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा

प्रयागराज, 21 जनवरी । तीर्थराज प्रयाग में संगम की रेती पर चल रहे माघ मेले में शनिवार भोर से ही आस्था, ज्ञान और भक्ति की त्रिवेणी बह रही है। मेले के मुख्य स्नान पर्व मौनी अमावस्या के दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से श्रद्धालुओं पर हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा कराई गई।

संगम समेत 17 स्नान घाटों पर स्नानार्थियों का सैलाब उमड़ रहा है। मेला प्रशासन के अनुमान से दोपहर बाद तक डेढ़ करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में पुण्य की डुबकी लगा ली थी। स्नान का सिलसिला देर शाम तक जारी रहेगा।

त्रिवेणी में डुबकी लगाकर पावन रेत पर दान, पुण्य और पूजा के लिए लीन श्रद्धालुओं पर हेलीकाप्टर से पुष्पों की पंखुड़ियों की वर्षा ने पूरे संगम क्षेत्र को अकल्पनीय अनुभूति से सराबोर कर दिया। साधु, संत और श्रद्धालु योगी सरकार द्वारा माघ मेला के आयोजन को दिए गए इस भव्य और दिव्य स्वरूप के लिए उन्हें साधुवाद दे रहे थे।

माघ मेले के मुख्य स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर शुक्रवार से ही प्रयागराज के संगम क्षेत्र में श्रद्धालुओं का सैलाब नज़र आया। सर पर आस्था की गठरी लिए सुगमता से संगम की तरफ आगे बढ़ रहे करोड़ों श्रद्धालुओं के चेहरे पर आत्म संतुष्टि का भाव स्पष्ट दिख रहा था। संगम किनारे बनाये गए स्नान घाटों में प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था से श्रद्धालु सहज होकर त्रिवेणी में पुण्यार्जन के लिए डुबकी लगा रहे हैं। स्नान के पश्चात श्रद्धालुओं ने स्नान घाटों के समीप बनाये गए तीर्थ पुरोहितों के ठिकानों में दान, पुण्य और पूजा अर्चना की।

त्रिवेणी के आसपास 700 हेक्टेयर में विस्तृत इस माघ मेला क्षेत्र की व्यवस्था को संभालने के लिए शहर से लेकर संगम तक तैनात किये 194 मजिस्ट्रेट और 98 सेक्टर ऑफिसर जगह-जगह श्रद्धालुओं को सखा भाव से संगम तक पहुंचाकर उन्हें वापस उनके गंतव्य तक भेजने में तत्पर दिखे।



मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा निरन्तर की जा रही माघ मेले की मोनिटरिंग के चलते कड़ाके की ठण्ड और खराब मौसम में भी श्रद्धालुओं का उत्साह देखते बन रहा था। माघ मेला अधिकारी अरविन्द सिंह चौहान के मुताबिक़ भीड़ प्रबंधन के ख़ास फार्मूले की वजह से आज के इस स्नान महापर्व मौनी अमावस्या पर दोपहर तक डेढ़ करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में सुगमता से आस्था की डुबकी लगा चुके थे। शाम तक यह आंकड़ा दो करोड़ से ऊपर पहुँचने की सम्भावना है।