आर्मी पायलट कोर्स के समापन पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सम्मानित

आर्मी पायलट कोर्स के समापन पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सम्मानित

आर्मी पायलट कोर्स के समापन पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सम्मानित

प्रयागराज, 02 जून । बेसिक फ्लाइंग ट्रेनिंग स्कूल (बीएफटीएस) वायु सेना स्टेशन बमरौली, प्रयागराज में 211 आर्मी पायलट कोर्स (हेलीकॉप्टर) और 211 भारतीय तट रक्षक स्टेज-2 पायलट कोर्स का समापन समारोह आयोजित किया गया। आरओ ने स्नातक अधिकारियों को प्रमाणपत्र और प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को ट्रॉफी प्रदान की।



ग्रुप कैप्टन एवं जनसम्पर्क अधिकारी समीर गंगखेडकर ने शुक्रवार को बताया कि एयर कमोडोर जीकेजे रेड्डी वीएसएम, चीफ फ्लाइंग ट्रेनिंग ऑफिसर (सीएफटीओ) मुख्यालय प्रशिक्षण कमान, भारतीय वायु सेना समापन समारोह के समीक्षा अधिकारी थे। 211 आर्मी पायलट कोर्स में लेफ्टिनेंट शुभम ने ग्राउंड सब्जेक्ट में पहला स्थान हासिल किया। कैप्टन आशुतोष को फ्लाइंग में प्रथम के लिए ट्रॉफी से सम्मानित किया गया और कैप्टन प्रसाद ने ओवरऑल मेरिट में सर्वश्रेष्ठ के लिए ट्रॉफी जीती। 211 इंडियन कोस्ट गार्ड स्टेज 2 पायलट कोर्स के असिस्टेंन्ट कमांडेंट निश्चय ने जमीनी विषयों में प्रथम स्थान प्राप्त किया। डिप्टी कमांडेंट सुमित को उड़ान में प्रथम स्थान दिया गया और असिस्टेंन्ट कमांडेंट निश्चय ने योग्यता के समग्र क्रम में सर्वश्रेष्ठ के लिए ट्रॉफी जीती।



इस अवसर पर वायु अधिकारी ने बधाई दी और उन्हें आवश्यकता और भविष्य के युद्ध की प्रकृति के साथ खुद को अद्यतन रखने के लिए कहा। उन्होंने युवा अधिकारियों को कुशल एविएटर्स में बदलने और संस्थानों के मोटो “रोपम् परम् मानकम“ का पालन करने वाले युवा एविएटर्स में व्यावसायिकता और उत्कृष्टता पैदा करने की अपनी समृद्ध परम्पराओं के लिए बीएफटीएस की प्रशंसा की।

जनसम्पर्क अधिकारी ने बताया कि बेसिक फ्लाइंग ट्रेनिंग स्कूल प्रयागराज में स्थित भारतीय वायु सेना का एक प्रमुख उड़ान प्रशिक्षण प्रतिष्ठान है। इसकी स्थापना नौ अक्टूबर 1987 को एचपीटी-32 विमान पर पायलटों को प्रारम्भिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए की गई थी। 05 जुलाई 1999 को स्कूल ने भारतीय वायु सेना के फ्लाइट कैडेटों को भारतीय सेना, नौसेना और तटरक्षक बल के अधिकारियों को प्रशिक्षण देने के लिए अपनी भूमिका बदल दी। 26 दिसम्बर 2005 में स्कूल को चेतक हेलीकॉप्टरों से सुसज्जित किया गया, ताकि हेलीकॉप्टरों पर सेना के अधिकारियों को प्रारम्भिक उड़ान प्रशिक्षण दिया जा सके।