भारत की युवा शक्ति के सुझाव दे रहे हैं 'मन की बात' को दिशा : प्रधानमंत्री मोदी
भारत की युवा शक्ति के सुझाव दे रहे हैं 'मन की बात' को दिशा : प्रधानमंत्री मोदी
25 जुलाई । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ‘मन की बात’ कार्यक्रम में आने वाले ज्यादातर सुझाव 35 साल के कम उम्र के लोगों के होते हैं। यह सकारात्मक और सामूहिक प्रयास वाला कार्यक्रम है। मन की बात कार्यक्रम में मिले सुझावों को वे विभिन्न मंत्रालयों के पास भी भेजते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 79वें संस्करण में कार्यक्रम सुन रहे युवाओं का विशेष आभार व्यक्त किया। माईगॉव की ओर से हाल में हुए एक अध्ययन का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘मन की बात’ के श्रोताओं को लेकर हुए अध्ययन में ये देखा गया कि ‘मन की बात’ के लिए सन्देश और सुझाव भेजने वालों में करीब 75 प्रतिशत लोग 35 वर्ष की आयु से कम के होते हैं यानि भारत की युवा शक्ति के सुझाव ‘मन की बात’ को दिशा दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मैं इसे बहुत अच्छे संकेत के रूप में देखता हूं। ‘मन की बात’ एक ऐसा माध्यम है जहां सकारात्मकता और संवेदनशीलता है। ‘मन की बात’ में हम सकारात्मक बातें करते हैं, इसका चरित्र सामूहिक है। सकारात्मक विचारों और सुझावों के लिए भारत के युवाओं की ये सक्रियता मुझे आनंदित करती है। मुझे इस बात की भी खुशी है कि ‘मन की बात’ के माध्यम से मुझे युवाओं के मन को भी जानने का अवसर मिलता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आप लोगों से मिले सुझाव ही ‘मन की बात’ की असली ताकत हैं। आपके सुझाव ही ‘मन की बात’ के माध्यम से भारत की विविधता को प्रकट करते हैं, भारतवासियों के सेवा और त्याग की ख़ुशबू को चारों दिशाओं में फैलाते हैं, हमारे मेहनतकश युवाओं के नवाचार से सब को प्रेरित करते हैं।
उन्होंने कहा कि ‘मन की बात’ में आप कई तरह के सुझाव भेजते हैं। हम सभी पर तो नहीं चर्चा कर पाते हैं, लेकिन उनमें से बहुत से सुझावों को मैं सम्बंधित विभागों को जरुर भेजता हूं ताकि उन पर आगे काम किया जा सके।