राज्य 84 मतगणना केन्द्रों पर कड़ी सुरक्षा में होगी वोटों की गिनती
दिल्ली और बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मेरठ एवं वाराणसी में किये गये तैनात
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लखनऊ, 9 मार्च । उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के वोटों की गिनती सूबे के सभी 75 जिलों में स्थापित 84 मतगणना केन्द्रों पर गुरुवार सुबह शुरू होगी। भारत निर्वाचन आयोग ने शांतिपूर्ण मतगणना के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। मतगणना के पर्यवेक्षण के लिए आयोग ने दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ रणवीर सिंह को जनपद मेरठ में एवं बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी, एचआर श्रीनिवास को वाराणसी में तैनात किया है।
मतगणना से पहले ईवीएम को लेकर पैदा हुए विवाद के मद्देनजर निर्वाचन आयोग ने मतगणना के दौरान सुरक्षा के व्यापक प्रबंध के निर्देश दिए हैं। आयोग ने प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी को अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी उप्र अजय कुमार शुक्ला ने आयोग के दिशा निर्देशों से सभी जिलों के अधिकारियों को अवगत करा दिया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 403 विधानसभा सीटों की मतगणना गुरुवार को सुबह आठ बजे से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू होगी। उन्होंने बताया कि मतगणना आयोग के दिशा-निर्देशों में पूर्ण कराने के लिए समस्त तैयारियॉं पूर्ण कर ली गईं हैं। शुक्ला ने बताया कि मतगणना के लिए प्रदेश के समस्त जनपदों में कुल 84 मतगणना केन्द्र बनाये गये हैं, जिनमें से आगरा में पांच, अमेठी, अम्बेडकरनगर, देवरिया, मेरठ, आजमगढ़ में दो-दो तथा शेष जनपदों में एक-एक मतगणना केन्द्र बनाये गये हैं। मतगणना के लिए प्रत्येक विधानसभा में एक-एक प्रेक्षक तैनात किये गये हैं। निर्वाचन आयोग द्वारा मतगणना के पर्यवेक्षण हेतु डा रणवीर सिंह, मुख्य निर्वाचन अधिकारी दिल्ली को जनपद मेरठ में एवं एचआर श्रीनिवास, मुख्य निर्वाचन अधिकारी, बिहार को जनपद वाराणसी में तैनात किया गया है।
उन्होंने बताया कि आयोग के निर्देंशों का पूर्णरूपेण अनुपालन सुनिश्चित कराने हेतु सम्पूर्ण मतगणना केन्द्र एवं उसकी परिधि के बाहर अनुमन्य दूरी तक 03 टियर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है जिसमें आन्तरिक घेरे में केन्द्रीय अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती की गयी है।
सभी प्रत्याशियों के गणना एजेण्टों को नियमानुसार पास निर्गत किया गया है तथा त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे के प्रथम द्वार पर ही सभी के प्रवेश-पत्रों की सघन जॉंच की व्यवस्था की गयी है ताकि कोई अनाधिकृत व्यक्ति मतगणना केन्द्र में प्रवेश न कर सके।
अनुमन्य श्रेणी के अतिरिक्त अन्य सभी के द्वारा मतगणना केन्द्र के परिसर में मोबाइल फोन, लैपटाप, कैलकुलेटर या अन्य कोई भी इलेक्ट्रानिक सामान ले जाने पर पूर्ण प्रतिबन्ध। मतगणना परिसर में पूर्णरूप से धूम्रपान वर्जित होगा।
सभी प्रत्याशियों व अभिकर्ताओं को स्ट्रांग रूम के खोले जाने के समय उपस्थित रहने हेतु पूर्व से लिखित सूचना दी जा चुकी है। स्ट्रांग रूम खोले जाने, ईवीएम को गणना टेबिल पर ले जाने तथा सम्पूर्ण गणना प्रक्रिया की निर्बाध वीडियोग्राफी व सीसीटीवी कवरेज की व्यवस्था की गयी है। मतगणना केन्द्र के अन्दर सभी अनुमन्य सुविधाओं के साथ मीडिया सेंटर की व्यवस्था की गयी है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सभी गणना टेबल, आरओ टेबल तथा स्कैनिंग टेबल पर गणना अभिकर्ताओं के बैठनें तथा गणना की प्रक्रिया देखने हेतु सम्पूर्ण व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गयीं हैं। प्रत्येक चक्र की गणना का परिणाम अन्तिम होने के बाद चक्रवार गणना परिणाम प्रत्याशियों व अभिकर्ताओं को दिये जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है। साथ ही प्रत्येक गणना टेबल पर चक्र की गणना के पश्चात 17 सी की एक प्रति गणना अभिकर्ताओं को दिये जाने की व्यवस्था की गयी है।
उन्होंने बताया कि प्रातः 08ः00 बजे से डाक मतपत्रों की गणना प्रारम्भ होगी तथा 08ः30 बजे से ईवीएम की भी गणना प्रारम्भ होगी। डाक मतपत्रों तथा ईवीएम की गणना प्रक्रिया की समाप्ति तक साथ-साथ निर्बाध रूप से जारी रहेगी। ईवीएम की गणना समाप्त होने के पश्चात प्रत्येक विधान सभा में लॉटरी के आधार पर चयनित पॉंच मतदेय स्थलों की वीवीपैट पर्चियों की गणना एवं ईवीएम की गणना से उनका मिलान सुनिश्चित किया जायेगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार यदि किसी विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र में जीत का अन्तर मतगणना के समय रद्द किये गये डाक मतपत्रों से कम हो, तो परिणाम की घोषणा से पूर्व, रद्द किये गये सभी डाक मतपत्रों का रिटर्निंग आफिसर द्वारा अनिवार्य रूप से पुनः सत्यापन करते हुए इसकी नियमानुसार वीडियोग्राफी सुनिश्चित की जायेगी।
उन्होंने बताया कि मतगणना के दौरान किसी भी प्रकार के विजय जुलूस, रैली इत्यादि पर पूर्ण रूप से प्रतिबन्ध रहेगा।