लखनऊ/वाराणसी, 25 जून (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पूर्वांचल में एक और नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। वाराणसी की एक बिस्कुट फैक्ट्री में अब पीएनजी से उत्पादन होने लगा है। पीएनजी अन्य परम्परागत ईंधनों की तुलना में 40 से 45 प्रतिशत सस्ती भी है।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी के बुलावे पर एक उद्योगपति ने काशी में फैक्ट्री लगाई है। वाराणसी की आबो-हवा शुद्ध रखने व शहर को प्रदूषण मुक्त करने के लिए गाड़ियों को पहले से ही सीएनजी से चलाया जा रहा है। गंगा में प्रदूषण न हो इसके लिए नावों को भी सीएनजी में तेजी से तब्दील किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में योगी सरकार के प्रयासों व निर्देशन में पूर्वांचल की पहली बिस्कुट की फैक्ट्री अब पीएनजी से संचालित होने लगी है। डिप्टी जनरल मैनेजर, मार्केटिंग सुरेश तिवारी ने बताया कि कोरोना काल की कठिनाई के साथ बनारस के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र करखियाव इंडस्ट्रियल एरिया में पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) की सप्लाई गेल इंडिया लिमिटेड द्वारा शुरू कर दी गई हैं। यह सप्लाई एक बिस्कुट कम्पनी के नए संयंत्र के लिए शुरू की गई है।
उन्होंने बताया कि पीएनजी का प्रयोग न केवल किफायती है बल्कि वातावरण की दृष्टि से भी बहुत अधिक स्वच्छ है और इससे काशी की आबोहवा को स्वच्छ रखने में बहुत अधिक मदद मिलेगी। पीएनजी अन्य परम्परागत ईंधनों की तुलना में 40 से 45 प्रतिशत सस्ती है। साथ ही उपयोग में सुविधाजनक है।
उन्होंने जानकारी दिया कि गेल की तरफ से काशी की अन्य औद्योगिक इकाइयों को भी पीएनजी लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। और बहुत से लोग इसे लगवाने के लिए इच्छा जाहिर कर रहे हैं। इससे उनको मुनाफा तो होगा ही, साथ ही राष्ट्रहित में पर्यावरण को बचने में भी मदद करेंगे।
बिस्कुट कम्पनी के मैनेजिंग डायरेक्टर लोक नाथ प्रसाद गुप्ता पहले से ही कोलकाता में कारोबार करते रहे हैं। वाराणसी यूनिट में मौजूद राजेंद्र जायसवाल ने बताया कि 2019 के लोक सभा चुनाव के समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोलकता में उद्योगपतियों से कहा था कि वे उत्तर प्रदेश में अपने कारखाने लगाएं, सरकार उनको पूरी सुविधाएं मुहैया कराएगी।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी के बुलावे पर ही हम लोगों ने वाराणसी में इस यूनिट को शुरू किया है। इस फैक्ट्री को शुरू करने में सरकार के सभी विभागों ने काफी सहयोग किया है। इस फैक्ट्री के चलने से कम से कम 400 से 500 लोगो को रोजगार भी मिलेगा।
सरकारी प्रवक्ता का कहना है कि योगी सरकार के पहल से औद्योगिक क्षेत्र में पीएनजी के इस्तमाल से अब इंडस्ट्रियल एरिया में होने वाले प्रदूषण को कम करने में भी मदद मिलेगी। पहले से ही वाराणसी में ऑटो रिक्शा समेत दूसरी गाड़ियों को बड़ी तादात में सीएनजी में परवर्तित किया जा चुका है। वहीं बहुत अधिक संख्या में पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) की पाइप लोगों के घरों तक पहुंच कर उनके चूल्हे सस्ते में जला रही है। यही नहीं प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा योजना के तहत गंगा में सीएनजी बोट के रूप में तेजी से बह रही है। गंगा के पानी व घाटों को धुओं व डीजल के प्रदूषण से मुक्त होने लगी है।