विंध्य काॅरिडोर बनने से एक नई धार्मिक तस्वीर उभरकर आएगी सामने
विंध्य कारिडोर से पर्यटन को मिलेगी नई उड़ान, विदेशी पर्यटकों का बढ़ेगा आवागमन
मीरजापुर, 12 दिसम्बर । 13 दिसंबर को जिस प्रकार काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण अलौकिक, अद्भुत व अकल्पनीय होगा, ठीक उसी प्रकार करीब एक साल बाद विंध्यवासिनी धाम विंध्य कारिडोर भी अलौकिक, अद्भुत व अकल्पनीय होगा। काॅरिडोर निर्माण से विंध्यधाम विश्व पटल पर धार्मिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक व आध्यात्मिक स्वरूप के साथ उभरेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि विंध्य काॅरिडोर का निर्माण इस तरह हो जिससे पर्यटकों व श्रद्धालुओं को भारतीय परंपरा व संस्कृति की झलक मिले।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ कारिडोर का लोकार्पण करेंगे। भव्य काशी-दिव्य काशी को देखने के लिए देश-दुनिया से पर्यटकों की आवाजाही होगी। काशी विश्वनाथ काॅरिडोर के लोकार्पण के बहाने एक माह तक उत्सव मनाया जाएगा। इससे आसपास के पर्यटन क्षेत्र भी गुलजार रहेंगे। उम्मीद है कि पर्यटक काशी से प्रयागराज तक आवाजाही करेंगे। वहीं इसके बीच चुनार किला का विहंगम नजारा भी देख सकेंगे। यही नहीं, विंध्य काॅरिडोर के कार्यों को भी पर्यटक नजदीक से देखेंगे।
काशी विश्वनाथ की तर्ज पर 331 करोड़ की लागत से बनने वाले विंध्य काॅरिडोर से मानो विंध्य क्षेत्र को विकास के नए पंख लग गए हैं। विंध्य क्षेत्र न सिर्फ धार्मिक केंद्र होगा बल्कि पर्यटन हब के रूप में भी विकसित होगा। यही कारण है कि पयर्टन के क्षितिज पर भी विंध्यधाम नए आयाम स्थापित करने जा रही है। काॅरिडोर निर्माण होने से बड़ी संख्या में भक्तों और देशी-विदेशी पर्यटकों का आगमन भी बढ़ेगा। विंध्य काॅरिडोर योजना के तहत मंदिर परिसर, जलपान केंद्र, गेस्ट हाउस, यात्री सुविधा केंद्र, म्यूजियम, आध्यात्मिक पुस्तक केंद्र, पार्क और पर्यटक स्थल का भी निर्माण किया जाना है।
काशी विश्वनाथ कारिडोर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तो विंध्य काॅरिडोर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसलिए इस पर कोई रिहाइश नहीं की जा रही है और सरकार सर्वोत्तम कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट तो आकार ले चुका है। अब विंध्य कारिडोर की बारी है। विंध्य कारिडोर बन जाने के बाद विंध्याचल देवी का धाम और अधिक खूबसूरत एवं आकर्षक हो जाएगा। विंध्य कारिडोर सिर्फ देशी मेहमानों के लिए ही नहीं, विदेशी मेहमानों के नजरिए से भी काफी खास होगा। विंध्य कारिडोर बनने से एक नई धार्मिक तस्वीर उभरकर सामने आएगी। कारिडोर श्रद्धालुओं के लिए कई सुविधाओं से लैस होगा।
माना जा रहा है कि काशी विश्वनाथ काॅरिडोर के लोकार्पण के बाद विंध्य काॅरिडोर के निर्माण कार्य में तेजी आएगी। सबसे पहले परिक्रमा पथ का निर्माण किया जाना है। इसके लिए सारी प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है। अभी निर्माण शुरू होने से पूर्व शासन से विंध्य काॅरिडोर का विस्तार किया गया। इसके लिए 1796 वर्ग मीटर अतिरिक्त भूमि की जरूरत है। भूमि खरीदने के लिए सर्वे शुरू किया गया है। इसके लिए 18 सदस्यीय टीम बनाई गई है।
गंगा तट से जुड़ा विंध्य कारिडोर
विंध्य काॅरिडोर सीधे तौर पर गंगा तट से जुड़ चुका है। यहां आने वाले श्रद्धालु गंगा में स्नान या आचमन कर मंदिर में दर्शन के लिए आ सकते हैं। विंध्य काॅरिडोर के अंतर्गत विंध्यवासिनी मंदिर के चारों तरफ परिक्रमा पथ भी तैयार होगा। इसके चलते अब यहां आने वालों भक्तों को जहां एक ओर तंग गलियों से निजात मिलेगी। वहीं विंध्याचल धाम का एक भव्य रूप देखने को मिलेगा।