गौ, गंगा और गौरी-शंकर हमारी संकल्पना : केशव प्रसाद मौर्य
भारतीय संस्कृति का रोल माडल बनेगा पूर्वाचल
मीरजापुर, 14 अक्टूबर । ओएस बाल कुंदन फाउंडेशन की ओर से कछवां के गड़ौली गांव में शारदीय नवरात्र के नवमी तिथि पर दुर्गा सप्तशती का पाठ कराया गया। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने हवन-पूजन कर महायज्ञ का समापन किया।
इस दौरान उप मुख्यमंत्री मौर्य ने कहा कि गौ, गंगा, गौरी-शंकर हमारी संकल्पना है। गंगा की गोद में जो बीजारोपण हो रहा है, यह विशाल वटवृक्ष के रूप में आने वाली पीढ़ी को छाया, दिशा, संस्कार के साथ संस्कृति को जानने व समझने एवं गौ माता कितनी उपयोगी हैं, यह बताने का काम करेगा। गोबर हो गो-मूत्र हो, दुग्ध हो अथवा गौ माता से उपलब्ध हर वह सामग्री जो हम सभी श्रद्धाभाव से ग्रहण करते हैं। उसकी यहां से संस्कार व शिक्षा मिलेगी। यही नहीं, गौ सेवा की भी प्रेरणा मिलेगी।
गौ-गंगा के आर्थिक समृद्धि के रूप में शिव-शक्ति की परिकल्पना साकार करने के लिए काशी-प्रयाग के बीच मां गंगा की गोद में गौरीशंकर की 108 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की जाएगी। एक ही जगह गौ, गंगा और गौरीशंकर का दर्शन सुलभ होगा। गाय का पालन-पोषण हम नहीं बल्कि गाय हमारा पालन पोषण करेगी। यह गौ-गंगा का मूल मंत्र है।
भाजपा के प्रदेश सह प्रभारी सुनील ओझा ने कहा कि गौरी-शंकर की दिव्य प्रतिमा यहां स्थापित होगी। गऊ-गंगा और गौरी शंकर का दर्शन कर सकेगा। गौ-गंगा, गौरी-शंकर थीम पर आश्रम की रचना हो रही है। बहुत जल्द ही गौशाला बनेगी जिसका नाम कुंदन कामधेनु गौशाला होगा। गंगा के तट पर गौरी-शंकर की 108 फीट प्रतिमा बनेगी। साथ ही सिर्फ गौशाला नहीं होगी, यह कुंदन कामधेनु है।
उन्होंने कहा कि हमारे शास्त्रों में गाय को कामधेनु कहा गया है। गाय हमारा पालन पोषण करती है, हमको बचाती है, हमारी सुरक्षा करती है और हमें समृद्धि बनाती है। साथ ही एक बाल कृष्ण गुरुकुल बनेगा। बच्चों को भारतीय संस्कृति और संस्कृत भाषा के साथ रोल माडल बनने का मौका दिया जाएगा। ऐसी ही हमारी प्राचीन परंपरा आयुर्वेद और योग है। यहां आयुर्वेद और योग का एक अच्छा केंद्र बनेगा। अभी भविष्य में और भी कल्पना है। इतना पूरा होने के बाद वृद्धाश्रम भी बनेेगा।