मां विंध्यवासिनी के आंगन में कजली महोत्सव, जमकर झूमे श्रोता

मां विंध्यवासिनी का किया गया भव्य श्रृंगार व आरती

मां विंध्यवासिनी के आंगन में कजली महोत्सव, जमकर झूमे श्रोता

मीरजापुर, 18 अगस्त (हि.स.)। श्रीविंध्य शक्ति संघ की ओर से श्रावण शुक्ल दशमी को श्रीशक्ति वार्षिकोत्सव पर मां विंध्यवासिनी के आंगन में कजली महोत्सव का आयोजन किया गया। मधुर कजली की धुन पर श्रोता झूम उठे। इससे पहले मां विंध्यवासिनी का भव्य श्रृंगार व आरती किया गया।

कजली महोत्सव में दूर-दराज से आए लोकगायन के कलाकारों ने अपने गीतों से मां विंध्यवासिनी धाम आए लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मान्यता के अनुसार कजली अपने पति की याद में गाने गया करती थी, जिनसे वह अपने जीवन में कभी नहीं मिल पाई। यह त्योहार राजा कंतित की पुत्री कजली को श्रद्धांजलि देने के लिए प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है। श्रीविंध्य शक्ति संघ की ओर से कजली महोत्सव में पहुंचे नपा अध्यक्ष को अंगवस्त्रम् और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। नपा अध्यक्ष ने लोकगायन के कलाकारों के गीतों को सुना। कहा कि मीरजापुरी कजली महोत्सव का एक अलग स्थान है। लोकगायकों ने इस प्रथा को आज भी जीवंत रखा है। कजली मीरजापुर की संस्कृति और विरासत की पहचान है। कजली गीत सुनने के बाद मीरजापुर के अपनत्व का अहसास होता है। इस दौरान मोनू त्रिपाठी, अमर पाल, शक्ति मिश्रा, मोहित गुप्ता, ऋषभ मालवीय, सचिन आदि रहे।