विश्वकर्मा समाज ने सिविल लाइन्स में मनाया गया विश्वकर्मा पूजनोत्सव
भगवान विश्वकर्मा को सबसे पहला इंजीनियर माना जाता है : न्यायमूर्ति शेखर यादव
प्रयागराज, 17 सितम्बर । फैक्ट्रियों, संस्थानों, दुकानों में औजारों और मशीनरी कार्य में इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों की पूजा भगवान विश्वकर्मा की पूजनोत्सव के अवसर पर 17 सितम्बर को प्रत्येक वर्ष की जाती है। भगवान विश्वकर्मा को सबसे पहला इंजीनियर माना जाता है।
यह बातें विश्वकर्मा समाज द्वारा हनुमान मंदिर सिविल लाइन्स में आयोजित विश्वकर्मा पूजनोत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव ने दीप प्रज्ज्वलित करते हुए कही। कार्यक्रम के दौरान हनुमान मंदिर सिविल लाइन्स में भगवान विश्वकर्मा के पूजनोत्सव पर भजन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा सार्वजनिक विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया।
फूलपुर सांसद केशरी देवी पटेल ने भगवान विश्वकर्मा के चरणों में पुष्प अर्पित करते हुए कहा कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सृष्टि निर्माण के देवता भगवान विश्वकर्मा हैं। इस कारण से विश्वकर्मा पूजनोत्सव पर यंत्रों, दुकानों, कारखानों और औद्योगिक संस्थानों में लगे कलपुर्जों और मशीनों की पूजा की जाती है। पूर्व मंत्री राम आसरे विश्वकर्मा ने कहा कि विश्वकर्मा पूजा एक महत्वपूर्ण हिन्दू पर्व है जो सम्पूर्ण भारत में सभी धर्म के लोगों द्वारा मनाया जाता है।
एमएलसी प्रयागराज सुरेन्द्र चौधरी ने कहा कि विश्वकर्मा पूजा एक महत्वपूर्ण सामाजिक और सांस्कृतिक पर्व है, जो भारतीय समाज में एकता, कौशल और उत्तरदायित्व की भावना को मजबूती से प्रकट करता है। इस दिन के महत्व को समझते हुए, लोग अपने काम में समर्पित रूप से काम करते हैं और अपने उद्योगों को समृद्धि की ओर बढ़ाते हैं। फाफामऊ विधायक गुरू प्रसाद मौर्य ने कहा कि विश्वकर्मा पूजा का उद्देश्य श्रेष्ठता के कार्यों की प्राप्ति और औद्योगिक सफलता की प्रार्थना करना होता है। इसे विशेष रूप से करीगरों और शिल्पकारों का पर्व माना जाता है, जो अपने काम में माहिर और कौशल का प्रतीक होते हैं।
महापौर गणेश केसरवानी ने कहा कि उपकरण और यंत्रों के निर्माता देवता विश्वकर्मा को समर्पित होता है। इस पूजा का महत्व उसके यंत्रशिल्प और कला के क्षेत्र में है, जो समृद्धि और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। यह पर्व उपकरण और मशीनरी के विकास को प्रोत्साहित करता है और करिगरों को सम्मान देता है। इस दौरान विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ बिन्दू विश्वकर्मा, आर.एन विश्वकर्मा उप शिक्षा निदेशक, डॉ सुनील विश्वकर्मा सर्जन, मनोज कुमार गौतम कमाण्डेंट 101 बटालियन, अनिल कुमार डिप्टी जेलर, डॉ शशिकांत शर्मा, डॉ अजय शर्मा, डॉ राजेश विश्वकर्मा, डॉ संतोष विश्वकर्मा, डॉ संगम लाल विश्वकर्मा, अवधेश डिप्टी एसपी, अनिल विश्वकर्मा, डॉ कीर्ति, संजय विश्वकर्मा, डॉ ज्योति शर्मा, संतोष कुमार शांतीपुरम, रमाकान्त अरविन्द विश्वकर्मा जिला पंचायत सदस्य, कालूराम लोहार, नरेन्द्र शर्मा उपस्थित रहे।