श्रृंगवेरपुर धाम में 51 हजार दीपों से सजा श्रीरामघाट
श्रृंगवेरपुर धाम में 51 हजार दीपों से सजा श्रीरामघाट
प्रयागराज, 03 नवम्बर। श्रृंगी ऋषि की तपोभूमि श्रृंगवेरपुरधाम में जय श्रीराम सेवा समिति की ओर से श्रृंगवेरपुर महोत्सव के दूसरे दिन 51 हजार दीपोत्सव कार्यक्रम सम्पन्न किया गया। गंगा की पावन लहरों को दीवालियों के प्रकाश से सजाया गया। श्रृंगवेरपुर महोत्सव के दूसरे दिन रंगा रंग कार्यक्रमों के बीच लोक नृत्य, संगीत और कलाओं का प्रदर्शन कलाकारों ने किया।
श्रीरामघाट पर 51 हजार दीपों से श्रृंगवेरपुरधाम प्रकाशवान हो उठा। छोटी दीपावली के पर्व पर जगत को प्रकाश देने के उद्देश्य से दीपदान किया गया। श्रीरामघाट को अक्षत, सिंदूर और सजावटी वस्तुओं से सजाया गया। झालरों और फोकस लाइट से श्रृंगवेरपुरधाम में रोशनी फैल गई। गंगा की पावन लहरों के बीच रंग बिरंगे प्रकाश के बीच दीपोत्सव को धूम धाम से मनाया गया। लोगों में उत्साह और सौहार्द्रपूर्ण वातावरण बना रहा। सभी जातियों के लोगों ने मिलकर दीपदान किया। इसके पूर्व श्रीगणेश, राधा कृष्ण की झांकी, हनुमान नृत्य और धार्मिक संगीतों के बीच कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की गई। विभिन्न राज्यों से आये हुए कलाकारों स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
श्रृंगवेरपुर महोत्सव के दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथी विक्रमाजीत मौर्य उपस्थित रहे। दीपोत्सव का शुभारंभ साधु सन्त समाज के आशीर्वाद से किया गया। कार्यक्रम का संचालन जय श्री राम सेवा समिति के महामंत्री अरुण द्विवेदी ने किया।
महामंत्री अरुण द्विवेदी ने बताया कि दीपों के जगमग से रामघाट प्रकाशित हो उठा। त्रेता युग की यादे ताजा हो गई। भगवान श्रीराम के आगमन पर त्रेतायुग में भी दीपोत्सव मनाया गया था। इस अवसर पर अध्यक्ष संजय तिवारी, महामंत्री अरुण द्विवेदी, उपाध्यक्ष प्रदीप केशरवानी, कोषाध्यक्ष संजीव मिश्र, राकेश केशरवानी समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।