प्रयागराज में सद्भावना ग्राम योजना की शुरुआत

66 पंचायतों के हारे और निर्वाचित प्रधानों ने किया प्रतिभाग

प्रयागराज में सद्भावना ग्राम योजना की शुरुआत

प्रयागराज, 05 जून। ऐसा पहली बार हुआ कि प्रधान और प्रधानी के चुनाव में उपविजेता प्रत्याशियों को एक मंच पर लाने का प्रयास किया गया। यह अनूठा व नायाब प्रयास पूर्व वरिष्ठ आई.ए.एस. अधिकारी एवं पूर्व मण्डलायुक्त, झाँसी मण्डल डॉ. अजय शंकर पाण्डेय द्वारा प्रयागराज जिला प्रशासन के साथ मिलकर किया गया। जिसमें प्रधान, पराजित प्रधान, प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर सद्भावना ग्राम योजना के क्रियान्वयन के बारे में बताया गया। जनपद प्रयागराज के उरुवा विकास खण्ड में इन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सद्भावना ग्राम योजना की नींव रखी गई।


ग्राम सद्भावना योजना के बारे में डॉ. पाण्डेय ने बताया कि इस योजना में निर्वाचित प्रधान कुशल प्रधान और पराजित प्रधान विकास सलाहकार की भूमिका निभाएंगे। निर्वाचित प्रधान भविष्य में अपने प्रतिद्वन्दी का परिचय पराजित प्रधान के रूप में नहीं बल्कि विकास सलाहकार के रुप में करायेंगे। क्योंकि पराजित शब्द नकारात्मक है। इस योजना के माध्यम से निर्वाचित प्रधान और चुनाव में प्रतिभाग करने वाले प्रतिद्वन्दी उम्मीदवार परस्पर एकजुट होकर गाँव के विकास में सहयोगी बनेंगे। सद्भावना ग्राम योजना के अन्तर्गत आने वाले गाँव के विकास कार्यों को प्रशासनिक स्तर पर प्राथमिकता प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस योजना का क्रियान्वयन 3 चरणों में किया जाएगा, जिसमें पहले चरण में निर्वाचित प्रधान के साथ बैठक, दूसरे चरण में पराजित प्रधान के साथ बैठक और तीसरे व अन्तिम चरण में निर्वाचित व पराजित प्रधान के साथ बैठक कर योजना के बारे बताया जाएगा।


डॉ पाण्डेय ने बताया कि सद्भावना ग्राम योजना की शुरुआत पूर्व में जनपद गाजियाबाद, जालौन, ललितपुर तथा झाँसी में की जा चुकी है। उरुवा विकास खण्ड में आयोजित इस कार्यशाला में सभी ने इस पहल को अभूतपूर्व बताते हुए हाथ उठाकर इस योजना का समर्थन किया। इस अवसर पर डॉ. अजय शंकर पाण्डेय, एस.डी.एम मेजा अभिनव कन्नौजिया, बी.डी.ओ उरुवा दिनेश सिंह, ए.डी.ओ.पी सुदामा राम, गुड़िया प्रधान निब्बी, अनिल कुमार दुबे प्रधान समोगरा, अनीता देवी प्रधान रैपुरा, विमत चन्द प्रधान तरवाई, शर्मा लाल भारती प्रधान बरबह, हेमेन्द्र मिश्रा प्रधान परवा आदि उपस्थित रहे।


--क्या है सद्भावना ग्राम योजना लक्ष्य

पंचायत चुनाव के निर्वाचित प्रधान और चुनाव में प्रतिभाग करने वाले प्रतिद्वन्दी उम्मीदवारों को योजना के माध्यम से परस्पर सहयोगी बनाकर गाँव के विकास में एकजुट होकर कार्य करने के लिए प्रेरित करना। उभय पक्षों द्वारा निर्वाचित प्रधान को कुशल प्रधान तथा पराजित प्रधान पद के उम्मीदवारों को विकास सलाहकार की उपाधि से सम्मानित करना। निर्वाचित एवं पराजित प्रधान के साथ संयुक्त बैठक। ग्राम सभा में खुली बैठक में सद्भावना ग्राम योजना के अंगीकरण का प्रस्ताव पारित किया जाना। सद्भावना ग्राम योजना लागू करने के लिए प्रधान व पराजित प्रधान का संयुक्त रुप से आवेदन प्रस्तुत करना।


बी.डी.ओ सद्भावना ग्राम के कुशल प्रधान तथा विकास सलाहकार को विजिटिंग कार्ड व प्रमाण पत्र जारी करेगा। सद्भावना ग्राम के प्रधानों को अधिकारियों के कार्यालयों में मिलने में वरीयता दी जायेगी। सद्भावना ग्राम के लिए लेटर हेड अलग रंग का होगा। आवेदन पत्र पर सभी विभागों को त्वरित गति से कार्यवाही करनी होगी। सद्भावना ग्राम के लिए जो लेटर हेड उपलब्ध कराया जाएगा, उस पर दिये गए आवेदन तभी मान्य होंगे, जब कुशल प्रधान और विकास सलाहकार के संयुक्त हस्ताक्षर होंगे।