प्रयागराज: किन्नर अखाड़ा का पहला आश्रम बना वृन्दावन में

सनातन धर्म को मजबूत करना हमारा लक्ष्य : लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी

प्रयागराज: किन्नर अखाड़ा का पहला आश्रम बना वृन्दावन में
प्रयागराज, 23 जून। किन्नर अखाडा का विस्तार जारी है। अखाड़ा का पहला आश्रम श्रीधाम वृन्दावन में बन गया है। जिसका नाम शिव मंदिर किन्नर अखाड़ा सोमनाथ आश्रम पायलट बाबा श्रीधाम वृन्दावन रखा गया है। 
 
यह जानकारी किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने बुधवार को देते हुए बताया कि यह आश्रम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी सोमनाथजी महाराज पायलट बाबा ने दिया है। जिसमें विशेष सहयोग महामंडलेश्वर कोके आइवा, महामंडलेश्वर श्रद्धा माता और महामंडलेश्वर चेतना माता का था। उन्होंने बताया कि किन्नर अखाड़ा सनातन धर्म को देश और विदेश में मजबूत करने में लगा हुआ है।
 
उन्होंने बताया कि किन्नर अखाड़ा में अभी तक अलग अलग प्रदेशों में करीब 200 महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर, पीठाधीश्वर और महंत हैं। यह लोग अपने क्षेत्र मे सनातन धर्म को मजबूत करते हुए कोविड-19 से प्रभावित लोगों की आर्थिक और खाद्यान्न से मदद कर रहे हैं। पहले और दूसरे लॉकडाउन मे किन्नर अखाड़ा की ओर से देश के सभी प्रदेशों के प्रभावित लोगों में 500 टन खाद्यान्न सहित अन्य सामग्रियों का वितरण किया गया। 
 
आचार्य महामंडलेश्वर ने कहा कि इतना ही नहीं घर वापसी (जो लोग सनातन धर्म को छोड़कर दूसरे धर्म में गये हैं) पर भी जोर दिया जा रहा है। जिससे कि सनातन धर्म को और मजबूत किया जा सके। कहा कि आज चाहे जो धर्म हो लेकिन उनका निशाना सनातन धर्म और उनके लोग हैं। वह उनका धर्म तक परिवर्तन करा रहे हैं उसकों सख्ती से रोका जायेगा। 
उन्होंने बताया कि किन्नर अखाड़ा को मजबूत करने और आगे बढ़ाने मे जूना अखाड़ा के संरक्षक और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री स्वामी हरि गिरि महाराज का विशेष रूप से सहयोग है। जिनके संरक्षण और सानिध्य में किन्नर अखाड़ा का विस्तार मजबूती के साथ हो रहा है। जूना अखाड़ा संरक्षक के नेतृत्व में प्रयागराज अर्द्धकुंभ और हरिद्वार कुंभ मेले का सकुशल स्नान किन्नर अखाड़ा ने किया।