राजर्षि टंडन सादगी की प्रतिमूर्ति एवं हिन्दी के अनन्य उपासक : कुलपति

मुक्त विवि के क्षेत्रीय केंद्रों में मनाया गया राजर्षि टंडन का जन्मदिन

राजर्षि टंडन सादगी की प्रतिमूर्ति एवं हिन्दी के अनन्य उपासक : कुलपति

प्रयागराज, 02 अगस्त। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के मुख्य परिसर सहित विश्वविद्यालय के सभी क्षेत्रीय केंद्रों में सोमवार को भारतरत्न राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया। मुख्यालय में आयोजित समारोह में कुलपति प्रो. सीमा सिंह ने कहा कि हमें इस बात का गौरव होना चाहिए कि राजर्षि टंडन जैसे महापुरुष के नाम पर इस विश्वविद्यालय का नामकरण हुआ है। वह सादगी की प्रतिमूर्ति एवं हिंदी के अनन्य उपासक थे।

कुलपति ने कहा कि राजनीति में रहकर भी सच्चाई के मार्ग पर वह अडिग थे। आज उनके जन्मदिन के अवसर पर हम सभी यह संकल्प लें कि इस विश्वविद्यालय को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक नई ऊंचाई तक ले जाएंगे। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर राजर्षि टंडन जैसे महापुरुष के व्यक्तित्व और कृतित्व के बारे में भावी पीढ़ी के सामने हमें आदर्श प्रस्तुत करना चाहिए।

इस अवसर पर कुलसचिव प्रो पी.पी दुबे, प्रो ओमजी गुप्ता, प्रो सत्यपाल तिवारी, प्रो जी.एस शुक्ल, प्रो पी.के स्टालिन, प्रो पी.के पांडेय, प्रो एस कुमार, प्रो रुचि बाजपेई, प्रो छत्रसाल सिंह, प्रो जे.पी यादव, परीक्षा नियंत्रक डी.पी सिंह, संपत्ति अधिकारी डॉ अनिल सिंह भदौरिया आदि ने राजर्षि टंडन की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।

डॉ प्रभात चंद्र मिश्र ने बताया कि इसी क्रम में क्षेत्रीय केंद्र प्रयागराज पर राजर्षि टंडन के जन्म दिवस पर विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। जिनमें सफल छात्रों आशीष कुमार सिंह, संदीप सिंह, सुप्रिया चौरसिया, अंकिता कुमारी को क्षेत्रीय समन्वयक डॉ अभिषेक सिंह ने पुरस्कृत किया।