प्रयागराज : मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में 1500 जोड़े बन्धन में बंधे
प्रयागराज : मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में 1500 जोड़े बन्धन में बंधे
प्रयागराज, 11 दिसम्बर । प्रयागराज जनपद में शनिवार को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत नगरीय एवं विकास खण्डों से कुल 1500 जोड़ों का सामूहिक विवाह सम्पन्न हुआ। जहां उपस्थित जन प्रतिनिधियों ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया।
इस अवसर पर शहर उत्तरी के तेलियरगंज में सामूहिक विवाह में कुल 156 जोड़े सात फेरे लेकर विवाह के बंधन में बंध गये। शादी समारोह में जीन्स और टीशर्ट पहनी दुल्हन लोगों के आकर्षण का केन्द्र बनी रही। मंत्री नन्दी ने कहा कि यह मुख्यमंत्री का आर्थिक रूप से कमजोर व गरीब तबके के लिए उनकी सोच व विजन को दर्शाता है। उन्होंने कहा प्रदेश सरकार हर वर्ग के लिए कार्य कर रही है और लोग योजनाओं से लाभान्वित हो रहे हैं।
जनपद के लालगंज एवं बहरिया ब्लॉक में आयोजित समारोह में फूलपुर सांसद केशरी देवी पटेल ने कहा कि गरीब कन्याओं के जीवन उन्नयन के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं प्रदेश की कन्याओं की सुरक्षा व हाथ पीला कराने का जो संकल्प मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया है, वह सराहनीय है।
जिला समाज कल्याण अधिकारी प्रवीण सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत प्रदेश में जनपद प्रयागराज में सर्वाधिक 1500 जोड़ों के विवाह का आयोजन किया गया। इस पूरे विवाह को 25 तीर्थ पुरोहितों द्वारा सम्पन्न कराया गया। ग्रामीण क्षेत्र के जोड़ों का विवाह सम्बंधित विकास खंडों व नगरीय क्षेत्र के जोड़ों का विवाह नगर निगम द्वारा नार्दन रीजनल इंस्टीट्यूट आफ प्रिंटिंग एंड टेक्नोलाजी ग्राउंड तेलियरगंज में हुआ।
नगरीय क्षेत्र में कुल 200 जोड़ों व विभिन्न विकास खंडों मऊआइमा-115, सोराव-55, कोरावं-83, शंकरगढ़-90, मांडा-35, मेजा-20, शृंगवेरपुर-30, होलागढ़-75, जसरा-50, करछना-27, कौंधियारा-40, बहरिया-95, फूलपुर-96, कौड़िहार-35, चाका-36, सैदाबाद-45, ऊरुवा-21, साहसों-42, बहादुरपुर - 40, हंडिया-50, धनपुर-36, प्रतापपुर-35, भगवतपुर-135 व 7 नगरपालिका क्षेत्र में 68 जोड़ों का विवाह सम्पन्न कराया गया।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना मुख्यमंत्री का एक अनुपम उपहार आर्थिक रूप से कमजोर व गरीब तबके के लिए है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत एक जोडे़ विवाह पर 51 हजार रुपए सरकार द्वारा खर्च किए जाते हैं। इनमें 35 हजार हजार विवाहिता के बैंक खाते में भेजे जाते हैं। 10 हजार रुपए का गृहस्थी का सामान दिया जाता है तथा 06 हजार रुपए आयोजन पर खर्च होते हैं।