प्रतापगढ़ का राजकीय मेडिकल कॉलेज 213 करोड़ की लागत से बनकर तैयार प्रधानमंत्री करेंगे ऑनलाइन लोकार्पण

प्रतापगढ़ का राजकीय मेडिकल कॉलेज 213 करोड़ की लागत से बनकर तैयार प्रधानमंत्री करेंगे ऑनलाइन लोकार्पण

प्रतापगढ़ का राजकीय मेडिकल कॉलेज 213 करोड़ की लागत से बनकर तैयार प्रधानमंत्री करेंगे ऑनलाइन लोकार्पण

प्रतापगढ़, 08 जुलाई । प्रतापगढ़ जिले में 123 करोड़ रूपये की लागत से नवनिर्मित राजकीय मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हो गया है। इसका लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नौ जुलाई को ऑनलाइन करेंगे। प्रदेश में बने सभी मेडिकल कॉलेज का एक साथ ऑनलाइन लोकार्पण किया जाएगा। लोकार्पण के बाद मेडिकल कॉलेज में छात्रों के प्रवेश लेने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। वहीं मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध हो सकेगी।

प्रतापगढ़ जनपद के लोग बहुत दिनों से मेडिकल कॉलेज बनाए जाने का सपना संजोए थे, जो अब जाकर पूरा हुआ है। नवनिर्मित मेडिकल कॉलेज का फिलहाल दो वर्ष पूर्व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उदघाटन किया था। मेडिकल कॉलेज में अब तक 30 असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति की जा चुकी है। जिन्होंने अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है। लोकार्पण को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है। मेडिकल कॉलेज को दुल्हन की तरह सजाया गया है।

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आर्य देशदीपक पूरी तैयारी में जुटे हैं। कोरोना के चलते अब इसका ऑनलाइन उद्घाटन किया जाएगा। नौ जुलाई को एक साथ प्रदेश के नौ नए मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। उद्घाटन के बाद मेडिकल कॉलेज में छात्र-छात्राओं का दाखिला भी शुरू हो जाएगा। मेडिकल कॉलेज के आरम्भ हो जाने के बाद जनपद के लोगों को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे।

सदर क्षेत्र के पूरे केशव राय में लैब, क्लास रूम, विद्यार्थियों के आवास, प्रिंसिपल का आवास व पुस्तकालय समेत विभाग के भवन बन गए हैं। प्रिंसिपल के पद पर डाॅ. आर्य देशदीपक पिछले पांच महीने से तैनात हैं। यही नहीं 30 से अधिक असिस्टेंट प्रोफेसर भी ज्वाइन करके सेवा दे रहे हैं। सभी अपने आवास में रहने भी लगे हैं।एनएमसी की टीम ने निरीक्षण भी कर लिया है। मेडिकल कालेज में 120 बच्चों के रहने के लिए हास्टल भी तैयार कर लिया गया है। कालेज तक पहुंचने के लिए पक्की सड़क तक अप्रोच मार्ग बनाने को लोक निर्माण विभाग को प्रस्ताव देने को कहा।

राजकीय मेडिकल कॉलेज के संचालन से जहां डॉक्टरों की नई पौध तैयार होगी। वहीं प्रोफसरों एवं सीनियर चिकित्सकों द्वारा ओपीडी का संचालन किया जाएगा, जिससे दूर-दराज से आने वालों को बेहतर चिकित्सकीय परामर्श और इलाज की सुविधा मिल सकेगी।



प्राचार्य डाॅ. आर्य देशदीपक ने बताया कि 30 असिस्टेंट प्रोफेसर की ज्वाइनिंग मेडिकल कॉलेज में हो गई है। मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की सौ सीट पर डॉक्टरी की पढ़ाई होगी। इसके अलावा इलाज के लिए अस्पताल भी अलग है। एक तो यहां डॉक्टरों की खेप तैयार होगी, साथ ही बेल्हा के लोगों को मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में बेहतर इलाज भी मिल सकेगा।