महापर्व छठ पर डूबते हुए सूरज को लाखों श्रद्धालुओं ने दिया अर्घ्य
महापर्व छठ पर डूबते हुए सूरज को लाखों श्रद्धालुओं ने दिया अर्घ्य
गाजियाबाद, 10 नवम्बर। छठ पूजा महापर्व के अवसर पर बुधवार को हिंडन और गंगा नदी के किनारे डूबते हुए सूरज को लाखों श्रद्धालुओं ने उपासना कर अर्घ्य दिया और देश की अमन और शांति के लिए कामना की। इस दौरान केंद्रीय मंत्री वीके सिंह की पुत्री मृणालिनी सिंह ने हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर छठ मैया की जय-जयकार के साथ पुष्प वर्षा की गई।
सीआईएसएफ कैंप से हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी और गाजियाबाद के करहेड़ा, हिंडन नदी, गोल पार्क, जनकपुरी, डीएलएफ, कोयल एनक्लेव, विवेकानंद नगर, बलरामपुर, खोड़ा, वसुंधरा, वैशाली, इंदिरापुरम में हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा करते हुए जैसे ही श्रद्धालुओं ने देखा तो पूरा माहौल छठ मैया की जय जयकार से गूंज उठा । हेलीकॉप्टर में गुलाब की पंखुड़ियां से पुष्प वर्षा की गई। शाम ठीक 5 बजकर 30 मिनट और 16 सेकेंड पर सूर्यास्त की उपासना की और श्रद्धालुओं ने अर्घ्य देकर पूजा अर्चना की। महापौर आशा शर्मा ने सभी घाटों पर पहुंचकर लोगों को बधाई दी और नगर निगम द्वारा किए गए इंतजामों का जायजा भी लिया। इस दौरान उन्होंने पुष्प वर्षा भी की। छठ उपासना के दौरान श्रद्धालु ठेकूआ का प्रसाद तैयार करते हैं । चावल के लड्डू भी बनाए जाते हैं। इसके बाद सभी प्रसादों और फलों को बांस की एक टोकरी में सजाया जाता है। व्रत करने वाला इस टोकरी को लेकर किसी तालाब नदी या घाट के किनारे जाकर सूर्य देवता को अर्घ्य दिया जाता है। इस दिन डूबते हुए सूर्य की पूजा की जाती है। पुरबिया कल्याण समिति के मीडिया सलाहकार जय दीक्षित ने बताया कि गुरुवार को 11 नवंबर को कार्तिक शुक्ल पक्ष की सप्तमी के दिन सुबह सूर्योदय के समय पूजा की जाएगी। इसे उषा अर्घ्य कहते हैं। सुबह 6 बजकर 40 मिनट और 10 सेकेंड पर उषा अर्घ्य दिया जाएगा।