सूर्य ग्रहण का केंद्र बिंदु कुरुक्षेत्र, देश के कोने-कोने से पहुंच रहे श्रद्धालु
साढे तीन हजार पुलिस कर्मियाें ने संभाला मोर्चा
कुरुक्षेत्र, 25 अक्टूबर । सूर्य ग्रहण मेले की विश्व पटल पर कुरुक्षेत्र की एक अलग पहचान है। ब्रह्म सरोवर पर सूर्यग्रहण में डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालु निरंतर तीन दिनों से देश के कोने-कोने से पहुंच रहे हैं। इस बार सूर्यग्रहण का केंद बिंदु कुरुक्षेत्र रहेगा जिसका अद्भुत नजारा होगा।
सूर्य ग्रहण का स्पर्श सायं 4 बजकर 27 मिनट पर होगा और सायं 5 बजकर 39 मिनट सूर्यास्त पर मोक्ष का समय होगा। इस दौरान कुरुक्षेत्र के ब्रहमसरोवर, सन्निहित सरोवर, ज्योतिसर तीर्थ और पिहोवा तीर्थ सहित अन्य सरोवरों में लगभग 5 लाख श्रृद्घालु आस्था की डूबकी लगाएंगे। इसके अलावा देश के कोने-कोने से महान साधु संत भी शाही स्नान करेंगे। इन संतों के लिए युधिष्ठिर घाट पर शाही स्नान की व्यवस्था की गई है। प्रशासन की तरफ से श्रृद्घालुओं के लिए हर प्रकार के पुख्ता इंतजाम किए गए है।
जिला प्रशासन द्वारा ब्रह्मसरोवर के आस-पास की सुरक्षा व्यवस्था के लिए एचसीएस अधिकारी, 6 से ज्यादा आईपीएस अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। प्रशासन की तरफ से श्रद्घालुओं के लिए बिजली, पीने के पानी, शौचालयों की व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ अन्य प्रकार के इंतजाम कर दिए गए है। सूर्य ग्रहण मेले में भीड़ पर नियंत्रण रखने और सुरक्षा मुहैया करवाने के साथ-साथ कानून व्यवस्था बनाए रखने पर पुलिस का फोकस रहेगा। इसलिए मेला क्षेत्र को 20 सैक्टरों में बांटा गया है। इसके अलावा पिहोवा, ज्योतिसर में भी पुलिस फोर्स की नियुक्ति की गई है। इस मेले में तकरीबन 3500 पुलिस कर्मचारियों की डयूटी लगाई गई है।
सूर्य ग्रहण मेला-2022 के तमाम अहम पहलू प्रशासन की कुरुक्षेत्र दर्शन मोबाइल एप पर देखें जा सकेंगे। इस मोबाइल एप पर सूर्यग्रहण मेले से संबंधित तमाम अहम जानकारियां अपलोड कर दी गई है।
25 अक्टूबर की रात्रि तक ढांड रोड से मिर्जापुर अस्थाई बस स्टैंड तक, पिहोवा रोड पर राज पैलेस तक, किरमच की तरफ से एनआईटी दयालपुर तक, पिपली की तरफ से नए बस स्टैंड तक, उमरी की तरफ से विज्डम वर्ल्ड स्कूल सेक्टर 8 तक ही वाहनों का प्रवेश दिया गया है। इसके बाद रूट को पुलिस की तरफ से डायवर्ट किया गया है। उन्होंने कहा कि सेक्टर 2 व 3 केडीबी रोड पर किसी भी वाहन को आने की अनुमति नहीं है। इन जगहों से लोगों को ब्रह्मसरोवर के आस-पास तक लाने ले जाने के लिए मिनी बस व ई-रिक्शा की व्यवस्था की गई है। इस मेले को लेकर 260 ई रिक्शा का प्रबंध किया गया है, इसके अलावा 20 मिनी बसे चलाई जाएंगी, इनमें से 5 बसे मिर्जापुर अस्थाई बस स्टैंड से 5 राज पैलेस से चलकर थीम पार्क तक पहुंचेगी। मेला क्षेत्र में किसी भी आगजनी की से बचाव के लिए 26 अग्निशमन गाडिय़ां तैनात की गई हैं। सूर्य ग्रहण मेले के लिए दिल्ली व जींद रूट पर चलेंगी 8 स्पेशल ट्रेन चलाई गई है।
सूर्य ग्रहण मेले में संयुक्त रुप से हेल्प डेस्क बनाए गए हैं, विभिन्न जगहों पर रिसेप्शन सेंटर, केडीबी के सभागार में मीडिया सेंटर, हजारों लोगों के लिए मेला क्षेत्र में सोने की व्यवस्था, ब्रह्मसरोवर की सदरियों तथा धर्मशालाओं में लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। पीने के पानी के लिए पानी के टैंकर और कैम्परों की व्यवस्था की गई है, मोबाईल शौचालय, लाईटिंग, पार्किंग, बचाव टीमों, मेडिकल कैम्प, फायर फाईटिंग और मेजर नाका प्वाईंट सहित तमाम प्रकार की व्यवस्थाएं की गई है। इस मेले में श्रृद्घालुओं की सुविधा के लिए मेडिकल, पीने के पानी, शौचालयों, स्वागत कक्ष, बचाव टीमे, श्रृद्घालुओं के ठहरने की व्यवस्था, बीमा की व्यवस्था, महिलाओं के लिए ब्रह्मसरोवर पर चैंज करने के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। सूर्य ग्रहण मेले में श्रृद्घालुओं व साधुओं की गरिमा को ध्यान में रखते हुए स्नान की व्यवस्था की है। सन्निहित सरोवर पर भी हर प्रकार की व्यवस्था की गई है।
मेला क्षेत्र में अस्थाई बस स्टैंड और पार्किंग स्थलों से 260 ई-रिक्शा को निशुल्क चलाई गई। जो थर्ड गेट से वाल्मिकी चौंक तक 50 ई-रिक्शा, देवी लाल चौंक से पुराने बस स्टैंड तक 50 ई-रिक्शा, रेलवे स्टेशन से छटी पातशाही गुरद्वारा तक 70 ई-रिक्शा, 100 फुटा रोड विज्डम वल्र्ड स्कूल सेक्टर-8 से बीआर चौंक तक 20 ई-रिक्शा, ब्रहमा मंदिर चौक से बीआर चौक तक 40 ई-रिक्शा, मीडिया स्पेशल थीम पार्क से केडीबी कार्यालय तक 10 ई-रिक्शा, सर्किट हाउस से बीआर चौक तक 20 ई-रिक्शा निशुल्क हैं।