ट्रिपल आईटी में 'नवाचार प्रबंधन' पर पांच दिवसीय कार्यशाला शुरू
नवाचार प्रबंधन को बढ़ावा देने की आवश्यकता - निदेशक
प्रयागराज, 12 जुलाई। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपल आईटी) प्रयागराज के प्रबंधन अध्ययन विभाग द्वारा “नवाचार प्रबंधन“ पर आयोजित पांच दिवसीय कार्यशाला सोमवार को ऑनलाइन मोड में शुरू हुई। जिसका उद्घाटन करते हुए ट्रिपल आईटी के निदेशक प्रोफेसर पी नागभूषण ने कहा कि नवाचार प्रबंधन मूल्यवान अंतर्दृष्टि या वैकल्पिक सोच को उत्पन्न करने की एक संरचित प्रक्रिया है, जिसे बढ़ावा देने की आवश्यकता है।
एटीएएल अकादमी द्वारा प्रायोजित पांच दिवसीय संकाय विकास कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि डिजिटल परिवर्तन के युग में संगठनों को और अधिक नवाचार करने की आवश्यकता का सामना करना पड़ रहा है। नवाचार व्यवसाय के विकास को गति देता है और संगठनों को अपने प्रतिस्पर्धियों से आगे रहने में मदद करता है। उन्होंने कहा कि ट्रिपल आईटी ने इस दिशा में छात्रों द्वारा परीक्षा पास करने के बजाय सीखने को सुनिश्चित करने के लिए कई अभिनव कदम उठाए हैं।
पद्म श्री एवं भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद में सेवानिवृत्त प्रो. अनिल कुमार गुप्ता ने नवाचार प्रबंधन पर बेहतर और प्रभावी प्रदर्शन के लिए आज के प्रबंधकों द्वारा नवाचार के कौशल को प्राप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया।
इस अवसर कार्यवाहक रजिस्ट्रार प्रो.विजयश्री तिवारी ने कहा कि नवाचार प्रबंधन नए व्यापार मॉडल बनाने में मदद करता है और बदलते बाजार के लिए डिजाइन किए गए नए उत्पादों, सेवाओं और प्रौद्योगिकियों का निर्माण करता है। डॉ शैलेंद्र सिंह, विभागाध्यक्ष ने अभिनव प्रबंधन से संबंधित कई बिंदुओं पर प्रकाश डाला।
मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी डॉ पंकज मिश्र ने बताया कि समन्वयक प्रो. रंजीत सिंह के मुताबिक तीसरी एफडीपी कार्यशाला में देश भर से 50 से अधिक संकाय सदस्य भाग ले रहे हैं। इस अवसर पर डॉ शशिकांत राय ने धन्यवाद दिया।