इविवि : कर्मचारियों के लिए पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला शुरू

हमारी कार्य संस्कृति भी प्रोन्नत होनी चाहिए : प्रो.एन के शुक्ला

इविवि : कर्मचारियों के लिए पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला शुरू

प्रयागराज, 26 अप्रैल । हमें अपने कार्य के प्रति ईमानदार होना चाहिए। अगर हम ईमानदार रहेंगे तो हमें कोई भी अपने कार्य क्षेत्र से दूर नहीं कर सकता है ना ही किसी भी तरीके से प्रताड़ित कर सकता है। पारदर्शिता और नैतिक बोध संस्था के उन्नयन के लिए जरूरी है।

यह बातें डीन सीडीसी एवं राजभाषा कार्यान्वयन समिति के अध्यक्ष प्रो. पंकज कुमार ने मंगलवार को इलाहाबाद विश्वविद्यालय के राजभाषा अनुभाग द्वारा पांच दिवसीय प्रारम्भिक प्रशिक्षण कार्यशाला के उद्घाटन उपरांत कही। गांधी एवं शांति विचार अध्ययन संस्थान सभागार में बतौर मुख्य अतिथि उन्होंने कहा कि सीखने सीखने की कोई उम्र नहीं होती है। हमारे कर्मचारियों में से कुछ सेवानिवृत्ति के कगार पर हैं, लेकिन अगर सीखने की इच्छा है तो आप इस कार्यशाला से अपनी कार्य पद्धति में सुधार लाएंगे। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के राजभाषा अनुभाग ने पहली बार कर्मचारियों को नई कार्य पद्धति को अपनाने के लिए इस तरह के पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया है।

कुलसचिव प्रो. नरेंद्र कुमार शुक्ल ने कहा कि हमारे कर्मचारी जो प्रोन्नत और नवनियुक्त हुए हैं, उनके लिए इस तरह के प्रशिक्षण बहुत ही आवश्यक थे। आपकी कार्यशैली अब बदल गई है, प्रोन्नत कार्यशैली को हमें अपनाना है और इस दायित्व का निर्वहन राजभाषा अनुभाग पांच दिवसीय कार्यशाला के माध्यम से पूरा कर रहा है। एक सरकारी कर्मचारी के लिए प्रशिक्षण हेतु जिन विषयों की आवश्यकता होती है राजभाषा अनुभाग ने उन सभी विषयों को इस कार्यशाला में शामिल किया है। भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन राजभाषा अनुभाग लगातार करता रहेगा।

राजभाषा अनुभाग के संयोजक एवं गांधी विचार एवं शांति अध्ययन संस्थान के निदेशक प्रो. संतोष भदौरिया ने कहा कि कुलपति के निर्देश से राजभाषा अनुभाग लगातार सक्रिय है और अपने कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं के लिए अनेक कार्यक्रम आयोजित करता रहता है। पांच दिवसीय कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इविवि के कर्मचारी सीखना चाहते हैं और गुणवत्तापूर्ण कार्यसंस्कृति के प्रति उनकी खास रुचि है। इसका प्रतीक आज के सभागार में आप लोगों की उपस्थिति से पता चलता है।

प्रथम सत्र में प्रो. ए आर सिद्दीकी, भूगोल विभाग ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के इतिहास के साथ वर्तमान पर अपनी बात रखी तथा इविवि की जानकारी कर्मचारियों को प्रदान की। द्वितीय सत्र में इविवि के उप कुलसचिव ए के सिंह ने कर्मचारियों के कर्तव्य और दायित्व के ऊपर चर्चा की, साथ ही सरकारी कर्मचारी को प्रदत्त हितलाभ के बारे में कर्मचारियों को अवगत कराया। तृतीय सत्र में इविवि के आईसीटी सेल के चेयरपर्सन प्रो. आशीष खरे ने कम्प्यूटर एवं उसके विभिन्न उपयोगों के बारे में जानकारी इविवि के नवनियुक्त कर्मचारियों और उन्नत कर्मचारियों को प्रदान की।

बता दें कि, गृह मंत्रालय भारत सरकार एवं शिक्षा मंत्रालय के दिशा निर्देशों एवं इविवि की कुलपति की प्रेरणा से इलाहाबाद विश्वविद्यालय में नवनियुक्त एवं प्रोन्नत कर्मचारियों हेतु पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम का संयोजन और संचालन राजभाषा अनुभाग के अनुवाद अधिकारी हरिओम कुमार ने किया। इस आयोजन में कर्मचारी ज्ञानवती पाल, राम आसरे, अभय पाल, नेहा, बबली रावत, वीरेंद्र कुमार मौर्या एवं नवनियुक्त एमटीएस कर्मचारी एवं प्रोन्नत कर्मचारी आदि सभागार में मौजूद थे।