मुख्यमंत्री ने दिया निर्देश, जल्द किया जाए सभी लोगों का वैक्सीनेशन
मुख्यमंत्री ने दिया निर्देश, जल्द किया जाए सभी लोगों का वैक्सीनेशन
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लखनऊ, 08 जनवरी । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड प्रबंधन हेतु गठित उच्चस्तरीय टीम-09 को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि जल्द से जल्द सभी पात्र लोगों का वैक्सीनेशन किया जाए। अधिकाधिक स्कूलों में विशेष शिविर लगाए जाएं। 10 जनवरी से दी जाने वाली प्रीकॉशन डोज भारत सरकार द्वारा तय पात्रता के अनुरूप ही लगाई जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि निराश्रित लोगों, अकेले रह रहे बुजुर्ग जनों, दिव्यांगजनों पर विशेष ध्यान दिया जाए। यदि किसी के पास राशन कार्ड भी नहीं है तो उन्हें दोनों समय फ़ूड पैकेट उपलब्ध कराए जाएं। ऐसे व्यक्ति यदि संक्रमित होते हैं तो उनके साथ अतिरिक्त संवेदनशीलता का भाव रखा जाए। पुलिस, राजस्व और स्वास्थ्य विभाग की टीम इनके समुचित इलाज, भोजन आदि की व्यवस्था जरूर करें।
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि कोविड से बचाव के लिए अति उपयोगी टीकाकरण का कार्य प्रदेश में सुचारु रूप से चल रहा है। उत्तर प्रदेश एकमात्र राज्य है जहां अब तक 21 करोड़ 22 लाख से अधिक कोविड टीके लगाए जा चुके हैं।
प्रदेश में 6,411 नए कोरोना मरीज मिले
विगत 24 घंटों में 02 लाख 20 हजार 496 कोरोना टेस्ट किये गये, जिसमें 6,411 नए कोरोना पॉजिविट पाए गये। इसी अवधि में 171 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए। सावधानी और सतर्कता ही कोविड नियंत्रण का आधार है। संक्रमण की रोकथाम के दृष्टिगत सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं। मास्क के प्रयोग, सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन इत्यादि से इस संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है।
संक्रमण प्रसार को रोकने के दृष्टिगत आवश्यकतानुसार कंटेनमेन्ट जोन की व्यवस्था बहाल करने पर विचार किया जाए। लोगों को इस संक्रमण के विषय में संतुलित जानकारी दी जाए, ताकि उनमें पैनिक न हो।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि जिन मरीजों में कोरोना के लक्षण दिखें उन्हें होम आइसोलेशन में रखते हुए इलाज किया जाए और उनकी निरन्तर मॉनीटरिंग की जाए। को-मॉर्बिड मरीजों, बुजुर्गाें और बच्चों को संक्रमण से बचाने पर विशेष ध्यान दिया जाए, यदि वे संक्रमित हों तो उनके इलाज की प्रक्रिया की सतत मॉनीटरिंग हो। उन्हें तत्काल मेडिसिन किट उपलब्ध कराई जाए।
यह संक्रमण कम तीव्रता वाला है, अतः इसके लक्षण दिखने पर सामान्य मरीज होम आइसोलेशन में रहकर चिकित्सक की सलाह से अपना इलाज कर सकता है। यह संक्रमण वायरल फीवर की तरह है। अतः इससे डरने की आवश्यकता नहीं है, परन्तु सभी एहतियात अवश्य बरते जाएं। मरीज की जांच कराने के उपरान्त चिकित्सक की निगरानी में उपचार होम आइसोलेशन में शुरू कर दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि निगरानी समितियां और इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर्स को पूरी तरह सक्रिय किया जाए। जनपदीय आईसीसीसी में चिकित्सकों का पैनल तैनात करते हुए लोगों को टेलीकन्सल्टेशन की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। जरूरत के मुताबिक लोगों को मेडिसिन किट उपलब्ध कराई जाए। कोविड के उपचार में उपयोगी जीवनरक्षक दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाए।
इसके अलावा निगरानी समितियां अपना कार्य प्रभावी ढंग से करें। गांवों में प्रधान के नेतृत्व में और शहरी वार्डाें में पार्षदों के नेतृत्व में निगरानी समितियां क्रियाशील रहें। निगरानी समितियां घर-घर संपर्क कर बिना टीकाकरण वाले लोगों की सूची जिला प्रशासन को उपलब्ध कराएं, ताकि उन्हें वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया जा सके।