20 से 25 लाख के करीब रोजाना श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, श्रद्धालुओं ने किया स्नान, दर्शन-पूजन

20 से 25 लाख के करीब रोजाना श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, श्रद्धालुओं ने किया स्नान, दर्शन-पूजन

20 से 25 लाख के करीब रोजाना श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, श्रद्धालुओं ने किया स्नान, दर्शन-पूजन

-अयोध्या शहर की आबादी से अधिक श्रद्धालु श्रीराम की नगरी पहुंचे

- मुख्यमंत्री ने राम मंदिर, हनुमानगढ़ी व सरयू घाट का किया हवाई निरीक्षण

अयोध्या, 31 जनवरी (हि.स.)। रामनगरी में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला अभी थमा नहीं है। शुक्रवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे। हनुमानगढ़ी और राम मंदिर में देर शाम तक दर्शन पूजन चला। दो फरवरी को पड़ने वाली वसंत पंचमी के बाद तक अयोध्या में ऐसी भीड़ जुटी रहने की संभावना जताई जा रही है। जानकारों के मुताबिक रोजाना तकरीबन 20 से 25 लाख के करीब श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे हैं। यह शहर की आबादी से कहीं ज्यादा हैं। वहीं व्यवस्थाओं को नियंत्रित करते हुए अधिकारी जुटे हुए हैं। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी हवाई सर्वेक्षण कर न सिर्फ अपने आराध्य को प्रणाम किया बल्कि रामनगरी की व्यवस्थाओं का भी नजारा देखा।

प्रयागराज के महाकुंभ में पहुंची श्रद्धालुओं की अपार

भीड़ अयोध्या रुख कर चुकी है। पहले मकर संक्रांति और उसके बाद 26 जनवरी से अयोध्या में जुटी भीड़ ने अब तक के सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। रोजाना तीन लाख के करीब श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर रहे हैं। पांच लाख से अधिक हनुमानगढ़ी में माथा टेक रहे हैं। स्थानीय नागरिकों का मानना है कि हर वर्ष प्रयागराज से श्रद्धालु अयोध्या पहुंचते हैं, लेकिन इस वर्ष रामलला के श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ गई है। हेलीकॉप्टर से गोरखपुर जाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हवाई सर्वेक्षण कर अधिकारियों को दिशा-निर्देशित किया। मुख्यमंत्री ने राम जन्मभूमि, हनुमानगढ़ी व सरयू घाट का हवाई सर्वेक्षण किया है।

भीड़ बढ़ते ही गलियों में लगा दी गई बैरिकेडिंग

अयोध्या धाम में भीड़ बढ़ते ही गलियों में बैरिकेडिंग कर दी गई है, ताकि कोई भी इधर-उधर से प्रवेश न कर सके। हाईवे पर वाहन रोके गए हैं। द्वारों से धाम में वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है।

हनुमानगढ़ी पर हुई पुष्पवर्षा

हनुमानगढ़ी पर मौजूद एडिशनल एसपी डॉ राजेश तिवारी ने श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की। प्रशासनिक व्यवस्थाओं को देखते हुए श्रद्धालु उत्साहित दिखे। अयोध्या पुलिस को धन्यवाद दिया।

अयोध्या में रहेंगे एडीजी जोन लखनऊ

प्रयागराज जैसी घटना दोबारा कहीं न हो इसलिए अधिकारियों को लगातार निर्देशित किया जा रहा है। योगी सरकार ने अयोध्या में एडीजी जोन लखनऊ एसबी शिरोडकर को लगाया है। वह नियमित मण्डलायुक्त गौरव दयाल व आईजी प्रवीण कुमार के साथ निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करा रहे हैं।

होल्डिंग एरिया में रोके जा रहे श्रद्धालु

अयोध्या में भीड़ के दबाव को कम किया जा सके इसलिए नगर के बाहर होल्डिंग एरिया बनाये गए हैं। अयोध्या धाम में श्रद्धालुओं का दबाव बढ़ते ही गोंडा व प्रयागराज मार्ग पर बने होल्डिंग एरिया में श्रद्धालुओं को रोक लिया जाता है। रुक-रुक कर श्रद्धालुओ को रवाना किया जाता है।

120 मीटर की ऊंचाई से ड्रोन कर रहा निगरानी

अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। अयोध्या प्रशासन ने हाइटेक ड्रोन की मदद से क्षेत्र की निगरानी शुरू कर दी है। यह ड्रोन 120 मीटर की ऊंचाई तक उड़ने और 3 से 5 किलोमीटर के दायरे में निगरानी करने में सक्षम है। इन ड्रोन्स के माध्यम से आने जाने वाले श्रद्धालुओं पर नजर रखी जा रही है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत चिह्नित कर जांच किया जा रहा है। ड्रोन की सहायता से संवेदनशील इलाकों, भीड़भाड़ वाले स्थानों और प्रमुख धार्मिक स्थलों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यदि किसी संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु की पहचान होती है, तो तुरंत उसकी जांच कर कार्रवाई की जा रही है। ड्रोन कैमरा के माध्यम से अयोध्या जिले के आलाअधिकारी वर लखनऊ जोन के एडीजी लोग जुड़े हुए हैं।

16 जगहों पर 25 हजार के ठहरने के इंतजाम

महाकुंभ से रामनगरी अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों को शीत ऋतु में ठंड से बचाव के लिए महानगर में 16 स्थल पर आश्रय स्थल व विश्राम स्थल व टेंट सिटी की व्यवस्था की गई है। इसमें 25 हजार लोगों के ठहरने के प्रबंध हैं।श्रद्धालुओं की सुविधार्थ के लिए पेयजल,प्रसाधन,अलाव आदि मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था उपलब्ध है।

यात्रियों को आश्रय स्थल तक ले जाने के लिए 18 गोल्फ कार्ट लगाए

नगर आयुक्त संतोष कुमार शर्मा द्वारा नयाघाट पुलिस चौकी से संत तुलसीदास घाट मार्ग तक अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए निगम द्वारा की गई समस्त व्यवस्थाओं का पैदल भ्रमण किया गया।इस दौरान मार्ग पर श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए किए गए सुधार कार्यों, सफाई व्यवस्था, यातायात व्यवस्था व अन्य संबंधित सुविधाओं की स्थिति का जायजा लिया गया। नगर आयुक्त संतोष शर्मा ने बताया की अयोध्या धाम के अंतर्गत यात्रियों को सड़क से ले जाकर उनका आश्रय स्थल तक छोड़ने के लिए अयोध्या धाम में 12 व अयोध्या कैंट में 6 गोल्फ कार्ट लगाए गए हैं।

यहां बनाए गए है आश्रय व विश्राम स्थल

फटिक शिला ,सरयू आश्रय स्थल(साकेत पेट्रोल पंप के बगल),अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन,निषादराज गुहा आश्रय स्थल,कलेक्ट्रेट के पीछे पार्किंग में,भजन संध्या स्थल,रामकथा पार्क,उदया चौराहा के पास,रामघाट हाल्ट,रेलवे स्टेशन कैंट,बस स्टेशन कैंट,गांधी पार्क

क्वीन हो पार्क,राम की पैड़ी,तुलसी उद्यान,बाग विजेसी।

मण्डलायुक्त और आईजी लगातार देख रहे हैं व्यवस्थाएं

मण्डलायुक्त गौरव दयाल व आईजी प्रवीण कुमार ने महाकुम्भ 2025 के दौरान लाखों की संख्या में अयोध्या पहुंच रहे श्रद्वालुओं को उन्हें श्रीराम मंदिर के सुगम दर्शन आदि की व्यवस्था के सम्बंध में श्रीराम मंदिर परिसर सहित अन्य स्थलों का भौतिक अवलोकन किया। अधिकारी द्वय द्वारा श्रीराम मंदिर परिसर में सिंह द्वार, पीएफसी सेन्टर सहित अन्य प्रमुख स्थलों का निरीक्षण कर वहां उपस्थित सुरक्षा अधिकारियों को सुरक्षा के दृष्टि से आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। अगले चरण में अधिकारी द्वय द्वारा भक्ति पथ, हनुमानगढ़ी परिसर आदि का भी निरीक्षण किया गया। इस दौरान श्री हनुमानगढ़ी के दर्शन हेतु अपनी बारी का इंतजार कर रहे श्रद्वालुओं से उनके आगमन स्थान सहित अन्य बिन्दुओं के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुये श्रद्वालुओं को प्रशासन के सहयोग का सहयोग करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया गया। वही आईजी प्रवीण कुमार ने बताया है कि रोजाना लगभग 20 से 25 लाख श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं।

दो फरवरी को अयोध्या में दिखेंगे आस्था के रंग

दो फरवरी वसंत पंचमी के दिन अयोध्या में बड़ी संख्या में संत समाज और श्रद्धालु हनुमानगढ़ी, कनक भवन, रामजन्म भूमि ,नागेश्वरनाथ इत्यादि मठ मंदिरों में पहुंचते हैं। दूरदराज से अयोध्या पहुंचने वाले श्रद्धालु भगवान के दर्शन पूजन कर भगवान को अबीर और गुलाल अर्पित करते हैं तो वहीं संत समाज भक्तों के इस प्रेम के रंग को भगवान पर चढ़ाता है। रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास बताते हैं कि वसंत पंचमी के दिन भगवान राम लला को सुंदर वस्त्र धारण कराया जाता है। अबीर और गुलाल लगाया जाता है। वहां मौजूद श्रद्धालुओं को भी अबीर और गुलाल का प्रसाद वितरित किया जाता है। इसके अलावा भगवान को लगे भोग को श्रद्धालुओं में प्रसाद दिया जाता है।