उप्र पंचायत एजेंडा: युवा प्रधान के एजेंडे में कोरोना मुक्त गांव,तो बुजुर्ग प्रधान के एजेंडे में शिक्षित गांव पहली प्राथमिकता 

उप्र पंचायत एजेंडा: युवा प्रधान के एजेंडे में कोरोना मुक्त गांव,तो बुजुर्ग प्रधान के एजेंडे में शिक्षित गांव पहली प्राथमिकता 
 
कौशाम्बी ; गांव की सरकार ने बृहस्पतिवार से काम करना शुरू कर दिया है। जनपद की सबसे युवा प्रधान तमन्ना बीबी ने अपने एजेंडे में कोरोना से मुक्ति पहली प्राथमिकता में रखा तो वही सबसे बुजुर्ग प्रधान श्याम लाल की प्राथमिकता में शिक्षित गांव बनाना शामिल रहा। 
 
गौरतलब है कि जनपद में 411 ग्राम पंचायतों में जनता से गांव की सरकार का मुखिया चुना है। जिसमे से 337 ग्राम प्रधानों ने बृहस्पतिवार को हुई खुली बैठक के पश्चात गांव के विकास की बागडोर संभाल ली। 
 
इन्ही में जनपद की मंझनपुर तहसील के कोतारी पश्चिम गांव की जनता ने सबसे कम उम्र की प्रधान तमन्ना बीबी (21) वर्ष को विकास की बागडोर सौंपी, वही सिराथू तहसील के उदहिन बुजुर्ग गांव के लोगो ने सबसे उम्रदराज प्रधान श्याम लाल (86) वर्ष को गांव सरपंच बनाया। एक तरह युवा जोश से भरी प्रधान तमन्ना के लिए कोरोना मुक्त गांव बनाना, तो दूसरी तरफ उम्र से अनुभवी प्रधान श्याम लाल के एजेंडे में  पहली गाव की शिक्षा प्राथमिकता में शामिल रहा है। 

 
युवा जोश से लबरेज प्रधान तमन्ना बीबी ने गांव की बैठक में अपना विकास का मॉडल पेश किया। एजेंडे में पहली प्राथमिकता कोरोना मुक्त गांव बनाना, दूसरी स्वच्छ पेयजल, बिजली, नाली निर्माण और बच्चो का शैक्षिक शारीरिक विकास जैसे मुद्दे प्रमुख रहे। प्रधान तमन्ना बीबी शैक्षणिक रूप से स्नातक की पढ़ाई कर रही है। कोरोना महामारी के चलते उनका स्नातक अभी पूर्ण नहीं हो सका। गांव की जनता ने तमन्ना को उनके निकटतम प्रतिद्वंदी राम बहादुर से 116 मत अधिक देकर जीत का ताज पहनाया। प्रधान तमन्ना ने बताया, कोरोना के चलते उन्होंने अपनी स्नातक की शिक्षा अभी तक पूरा नही कर सकी है, इसलिए वह सबसे पहले कोरोना से मुक्ति के रास्ते खोल कर विकास के रास्ते पर गाव को ले जाएगी।


उम्र के अनुभव से लबरेज प्रधान श्याम ने गांव की बैठक में विकास का मॉडल रखा। उनके में गाव की शिक्षा का स्तर बढ़ाना पहली प्राथमिकता में शामिल रहा। दूसरी में स्वच्छ पेयजल , मार्ग प्रकाश, साफ-सफाई, कोरोना मुक्त गाव बनाना एजेंडे में था। ग्रामीण पुष्पराज, दीप प्रकाश, विजय बहादुर का कहना है कि गाव के लोगो ने अनुभवी प्रधान इसलिए चुना है क्योंकि वह अपने तजुर्बे से गाव की बगिया को सीच कर बेहतर भविष्य के रास्ते गाव के लिए खोलेगा।
प्रधान श्याम लाल ने बताया, वह खुद गरीबी के चलते हाई स्कूल तक नही पढ़ सके। लिहाज वह गाव के हर बच्चे को स्कूल तक लेकर जायेगे। जो ग्रामीण शिक्षा हासिल करना चाहते है उसके लिए भी शैक्षिक माहौल बनायेगे, क्योकि शिक्षित समाज ही बेहतर भविष्य की सीढ़ी चढ़ सकता है।