यूपी बोर्ड : शुभम का आईएएस तो प्रियांशी का सपना है डाक्टर बनने का
यूपी बोर्ड : शुभम का आईएएस तो प्रियांशी का सपना है डाक्टर बनने का
कौशांबी, 20 अप्रैल । माध्यमिक शिक्षा परिषद के नतीजे मे सिराथू के निजी कॉलेज धर्मा देवी ने हाईस्कूल से जनपद के 9 टॉपर दिये हैं। पहले स्थान पर 97.17 प्रतिशत अंक हासिल कर प्रियांशी मौर्या रही, जबकि शिवम यादव 97 प्रतिशत अंक हासिल कर दूसरे व नयनशी यादव 96.67 प्रतिशत अंक पाकर तीसरे स्थान हासिल किया।
इसी तरह इंटरमीडिएट मे गंगा प्रसाद साहू इंटर कालेज के शुभम साहू ने 96.60 प्रतिशत अंक हासिल कर पहले स्थान, दूसरे पर सलोली सिंह 96.20 प्रतिशत एवं तीसरे स्थान पर स्वेता राजपूत 96.20 प्रतिशत अंक पाकर रही।
जनपद में हाईस्कूल टॉप करने वाली प्रियांशी मौर्या के पिता राज कुमार मौर्या मूलतः भवानी का पूरा जनपद फ़तेहपुर के रहने वाले हैं। वह पेशे से छोटे खेतिहर किसान हैं। पिता ने राजनीति शास्त्र से स्नातक किया है। माँ अरुणा मौर्या ने स्नातक तक पढ़ाई कर रखी हैं। वह मौजूदा समय मे गृहणी हैं। बेटी प्रियांशी की पढ़ाई के लिए उन्होंने रात-दिन एक कर बेटी के पीछे जीतोड़ मेहनत की है।
प्रियांशी मौर्या के मुताबिक, वह हाईस्कूल की सफलता से खुश है। आगे की पढ़ाई वह मेडिकल सेक्टर में कर डाक्टर बनना चाहती है। उसका सपना है कि वह डाक्टर बनकर गांव गरीब का इलाज कर उन्हें स्वास्थ्य का लाभ दे सके। पिता राजकुमार के मुताबिक बेटी के सपने को पूरा करने के लिए उन्हें कितनी भी मेहनत करनी पड़े, वह पीछे नहीं हटने वाले हैं।
खास बात यह है कि प्रियांशी मौर्या ने जिस कालेज मे पढ़कर हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में जनपद टॉप किया है। उसी कालेज के 9 बच्चों ने क्रम वार दूसरे तीसरे से लेकर नौवें नंबर की सूची को अपने नाम कर रखा है। दसवें स्थान पर वीबीपीएसएसआईसी उदिहीन खुर्द के अभिषेक कुमार ने 95.50 प्रतिशत अंक हासिल किया।
इंटरमीडिएट में सिराथू तहसील के गंगा प्रसाद साहू इंटर कालेज के शुभम साहू ने 96.60 प्रतिशत अंक हासिल कर जनपद के टापर होने का गौरव मिला। सलोनी सिंह ने 96.20 प्रतिशत अंक पाकर दूसरे व स्वेता राजपूत 96.20 प्रतिशत अंक पाकर तीसरे स्थान पर रही। इंटरमीडिएट के टॉप करने वाले शुभम साहू के पिता पेशे से किसान हैं।
शुभम साहू के मुताबिक, वह तीन भाइयों में छोटा है, उसकी 2 बहनें भी हैं। पिता ने बड़ी मेहनत कर उसे पढ़ाया लिखाया। पिता के सपने को पूरा करने के लिए वह भारतीय प्रशासनिक सेवा का अफसर बनना चाहता है। इसके लिए वह अब इससे भी ज्यादा मेहनत से पढ़ाई कर अपने सपने को साकार करने की कोशिश करेगा।