तीन लाख में केवल दस हजार महिलाएं थीं, अब 30 हजार महिला पुलिस : योगी आदित्यनाथ
तीन लाख में केवल दस हजार महिलाएं थीं, अब 30 हजार महिला पुलिस : योगी आदित्यनाथ
गोरखपुर, 13 अक्टूबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि वर्ष 2017 तक उत्तर प्रदेश की पुलिस में तीन लाख सेवाकर्मियों में केवल 10 हजार महिला पुलिसकर्मियों को काम करने का मौका मिला था, लेकिन भाजपा सरकार में इस क्षेत्र में इनकी संख्या में आशातीत वृद्धि की गई है। अब 30 हजार से अधिक महिलाएं पुलिस की नौकरी में हैं।
उन्होंने कहा कि महज चार साल के अंदर 30 हजार महिला और बालिकाओं को मौका देकर सरकार ने मिशन शक्ति के लक्ष्य को मजबूत किया है। सुरक्षा में भी महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित कर रही है। सरकार ने हर एक बहन और बेटी को सुरक्षा की गारंटी देने का कार्य सौंपने की दिशा में ठोस कदम बढ़ाया है। महिला सशक्तिकरण का अनुपम उदाहरण इससे और क्या हो सकता है।
उन्होंने कहा कि आज हम जंगल कौड़िया में जिस महाविद्यालय का लोकार्पण और जिस मूर्ति के अनावरण के इस कार्यक्रम में शामिल हैं, वह भी महिला शिक्षा को बढ़ावा देने वाला है। उन्होंने कहा कि गोरक्षपीठ ने महिलाओं का पहला महाविद्यालय का वर्ष 1956 में स्थापित किया था। फिर, गोरखपुर विश्वविद्यालय को दान स्वरूप जमीन उपलब्ध कराया। गोरखपुर विश्वविद्यालय को आधार बनाकर बालिकाओं का पहला इंटर कॉलेज भी 1950 के दशक में ही स्थापित कर दिया गया था।
--लाइब्रेरी अटेंड करें छात्र
सीएम ने छात्र-छात्राओं को लाइब्रेरी अटेंड करने का सबक भी दिया। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को यह जानना जरूरी है कि वे अपने परम्परागत पाठ्यक्रम के साथ-साथ देश और दुनिया में घटित होने वाली प्रमुख घटनाओं के बारे में भी जानें। अलग-अलग प्रतिस्पर्धा में यह उपयोगी साबित होगा।
--शैक्षिक उपलब्धियां बताईं
सीएम ने कहा कि गोरखपुर के कैंपियरगंज में एक आईटीआई का निर्माण हो रहा है। कैंपियरगंज में दो इंटर कॉलेजों का निर्माण पूरा हो चुका है। सहजनवा में पॉलिटेक्निक का निर्माण हो रहा है। पिपराइच में चीनी मिल का निर्माण होने से गन्ना किसानों की सुविधाएं बढ़ीं हैं।
--इनडोर गेम के लिए बनेगा स्टेडियम
सीएम ने कहा कि जंगल कौड़िया का यह क्षेत्र पहलवानों का क्षेत्र माना जाता था, बहुत पहलवानी होती थी। गांव-गांव में अखाड़े होते थे। अब आधुनिकता में लोग उसे भूल रहे हैं। लेकिन याद करिए अभी टोक्यो ओलम्पिक में भारत के पहलवान स्वर्ण पदक जीत रहे थे। उस समय सरकारी घोषणा की गई थी कि इन पहलवानों को पैसा देंगे। स्वर्ण पदक पर ओलम्पिक में राज्य सरकार स्वर्ण पदक अर्जित करने वाले पहलवान को ₹06 करोड़, रजत पदक को चार करोड़ और कांस्य पदक अर्जित करने वाले पहलवान को दो करोड़ देती है। यह राशि खिलाड़ी आगे बढ़ाने को प्रेरित करने को दिया जाता है। अत्याधुनिक कुश्ती हॉल, ऑडिटोरियम हॉल भी बनवाने का कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर को इनडोर गेम के लिए और एक अच्छा स्टेडियम में प्राप्त होने वाला है। यह बहुत शीघ्र ही बनेगा।
--अगले माह एम्स का होगा उद्घाटन
सीएम ने कहा कि गोरखपुर शिक्षा और स्वास्थ्य का एक हब बन रहा है। प्रधानमंत्री जी के प्रयास से वर्ष 2016 में गोरखपुर को एम्स मिला। एम्स का कार्य पूरा हो चुका है। अगले महीने के अंदर प्रधानमंत्री जी के कर कमलों से गोरखपुर एम्स का उद्घाटन होगा। विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधा अब पूर्वांचल के लोगों को गोरखपुर में ही प्राप्त होगा।