भारतीय संस्कृति में महाकुम्भ का विशेष महत्व: नायब सिंह सैनी

भारतीय संस्कृति में महाकुम्भ का विशेष महत्व: नायब सिंह सैनी

भारतीय संस्कृति में महाकुम्भ का विशेष महत्व: नायब सिंह सैनी

महाकुम्भ नगर, 06 फरवरी (हि.स.)। भारतीय संस्कृति में प्रयागराज महाकुम्भ का विशेष महत्व है। प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले के दौरान हर सनातनी संगम में पवित्र डुबकी लगाना चाहता है। शास्त्रों के अनुसार कुंभ में डुबकी लगाने से मोक्ष की प्राप्ति होती है, इसीलिए बड़े से बड़े ऋषि-मुनि और संत- महात्मा महाकुंभ में पवित्र स्नान के लिए विशेष तौर पर शामिल होने के लिए आते हैं। यह बात गुरुवार को पावन ​त्रिवेणी में डुबकी लगाने के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कही।



उन्होंने त्रिवेणी संगम की विशेषता को बयां करते हुए कहा कि माँ गंगा, यमुना, सरस्वती का संगम है, भारत की धरा पर यह दृश्य विहंगम है। तीर्थराज प्रयाग दर्शन महान, दिव्य और अद्भुत है महाकुंभ का स्नान। उन्होंने कहा कि प्रदेश के बुजुर्गों को भी महाकुंभ में पवित्र स्नान का अवसर प्रदान करने के लिए हरियाणा सरकार ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का विस्तार करते हुए महाकुम्भ को भी इसमें शामिल किया है। हर जिले से प्रयागराज के लिए विशेष बसें चलाई जा रही हैं।



बता दें कि प्रयागराज महाकुम्भ पहुंचे हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपनी धर्मपत्नी श्रीमती सुमन सैनी के साथ गुरुवार को अरैल पक्का घाट पर पवित्र त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई। इस अवसर पर उन्होंने विधिवत पूजा-अर्चना की तथा अध्यात्म एवं सनातन परम्पराओं के विराट समागम का अवलोकन भी किया। मुख्यमंत्री के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ोली व अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।