योग चिकित्सक की देखरेख में ही योगासन करें गर्भवती महिलाएं

योग चिकित्सक की देखरेख में ही योगासन करें गर्भवती महिलाएं

योग चिकित्सक की देखरेख में ही योगासन करें गर्भवती महिलाएं

लखनऊ, 19 जून । स्वस्थ रहने के लिए योग बहुत आवश्यक है। यदि आप योग चिकित्सक के मार्गदर्शन में योग करते हैं तो यह आपके लिए अत्यंत सुरक्षित और लाभदायक होता है। किंतु कुछ परिस्थितियों में यह आपके लिए हानिकारक भी हो सकता है।



लखनऊ के सिविल अस्पताल के योग चिकित्सक डॉ.राजेश्वर राव ने हिन्दुस्थान समाचार से कहा कि गर्भवती महिलाओं को योग का अभ्यास करने से पहले योग चिकित्सक से सलाह ले लेनी चाहिए। इसके अलावा हाई ब्लड प्रेशर, ग्लूकोमा और साइटिका इत्यादि से पीड़ित मरीजों को भी कुछ योग की मुद्राओं से बचने की आवश्यकता हो सकती है।

डॉ. राव ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान बच्चे के समुचित विकास के लिए मां का स्वस्थ होना बहुत जरूरी होता है। गर्भावस्था के दौरान जरा सी भी लापरवाही गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए हानिकारक हो सकती है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को प्रशिक्षित योग शिक्षक की देखरेख में योग सीखना और अभ्यास करना अति आवश्यक होता है।

गर्भवती महिलाओं को शारीरिक के साथ मानसिक तौर पर भी सेहतमंद रहना बहुत आवश्यक होता है। गर्भवती महिलाओं को चिकित्सक खान-पान का ध्यान रखने के साथ ही हल्का व्यायाम करने की सलाह भी देते हैं। इस समय शरीर में कई तरह के हार्मोनल परिवर्तन भी होते हैं। इससे कई बार मन अशांत या शरीर में असहजता का अनुभव होता है। इसके लिए गर्भवती महिलाओं को प्रतिदिन शवासन, सुखासन और जानुशीर्षासन करना चाहिए। यह तीनों आसन गर्भवती महिलाओं की शारीरिक के साथ मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में फायदेमंद साबित होते हैं।