प्रयागराज महाकुम्भ स्नान के बाद नैमिषारण्य में दर्शन के लिए उमड़ रहे श्रद्धालु

प्रयागराज महाकुम्भ स्नान के बाद नैमिषारण्य में दर्शन के लिए उमड़ रहे श्रद्धालु

प्रयागराज महाकुम्भ स्नान के बाद नैमिषारण्य में दर्शन के लिए उमड़ रहे श्रद्धालु

सीतापुर, 7 फ़रवरी (हि.स.)। प्रयागराज महाकुंभ से अमृत स्नान पर्व के बाद नैमिषारण्य में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आना बढ़ गया है। उत्तर प्रदेश से बाहर के आस्थावान लोग अयोध्या व काशी के दर्शन -पूजन के बाद नैमिषारण्य के चक्रतीर्थ और शक्तिपीठ ललिता देवी मंदिर एवं अन्य पौराणिक मंदिर पहुंच कर दर्शन कर रहे हैं। श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ के कारण क्षेत्र के कई प्रसिद्द मन्दिरों में दर्शन पूजन के लिए घन्टों तक कतार लग रही है।

श्रद्धालु त्रिवेणी में स्नान करने के बाद 88 हजार ऋषियों की तपोस्थली व आध्यात्मिक-पौराणिक संपदा वाले नैमिषारण्य तीर्थ के दर्शन-पूजन को पहुंच रहे हैं। देश-विदेश के श्रद्धालु यहां प्रवास कर पुरोहितों, पुजारियों से नैमिषारण्य के महात्म्य सहित विभिन्न आध्यात्मिक प्रसंगों का ज्ञान भी ले रहे हैं। रामचरित मानस में गोस्वामी तुलसीदास ने नैमिषारण्य के महात्म्य का वर्णन करते हुए लिखा है 'तीरथ वर नैमिष विख्याता, अति पुनीत साधक सिधिदाता' नैमिषारण्य के चक्रतीर्थ को श्रेष्ठ माना गया है। वैसे तो इस पवित्र तीर्थनगरी में प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का आवागमन बना रहता है। मौनी अमावस्या पर इस बार 4 लाख से अधिक श्रद्धालुओं का आना हुआ। उसके बाद एक सप्ताह से लगातार बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के यहां पहुंचने का क्रम जारी है। आज शुक्रवार को भी कई राज्यों के लोग महाकुम्भ से वापसी कर नैमिषारण्य में चक्रतीर्थ, ललिता देवी मंदिर में बड़ी संख्या में कतारबद्ध होकर दर्शन किए।

ललिता देवी मंदिर के प्रधान पुजारी लालबिहारी शास्त्री ने हिन्दुस्थान समाचार से बताया कि मौनी अमावस्या के बाद से प्रतिदिन नैमिषारण्य में बड़ी संख्या में अलग-अलग प्रदेशों से श्रद्धालु नैमिषारण्य धाम आ रहे हैं। प्रतिदिन लगभग 10 से 15 हजार की संख्या में श्रद्धालु मां ललिता देवी मंदिर, चक्रतीर्थ, राजघाट, हनुमान गढ़ी, व्यासगद्दी, सूतगद्दी, देवदेवेश्वर मंदिर सहित प्रमुख मंदिरों में पहुंच कर दर्शन कर अपने आपको धन्य कर रहे हैं।

हनुमानगढ़ी के महंत बजरंग दास ने बताया कि महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं का नैमिषारण्य आना सुखद बात है। लोगों में इस पौराणिक एवं ऐतिहासिक क्षेत्र के प्रति जिज्ञासा बढ़ी है। उन्होंने बताया कि दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, तेलंगाना, उड़ीसा, कर्नाटक सहित कई प्रदेशों से श्रद्धालुओं का आने का क्रम लगातार जारी है। हनुमान गढ़ी पर इस समय हजारों की संख्या में भक्त पहुँच रहें हैं।

नैमिषारण्य चक्रतीर्थ के प्रधान पुरोहित राजनारायण पांडेय बताते हैं कि पिछले 7 दिनों में श्रद्धालुओं के आने का आंकड़ा 1 लाख से अधिक रहा है।

नैमिषारण्य में बढ़ा रोजगार तो मार्गों पर लग रहा जाम

बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के तीर्थनगरी पहुंचने के कारण नैमिषारण्य के दुकानदारों का रोजगार बढ़ा है। होटल, ढाबा, फूल-फल, प्रसाद की दुकानों पर भारी भीड़ उमड़ने से जहाँ लोगों को अपनी कमाई बढ़ाने का अवसर मिला है, वहीं श्रद्धालुओं का कुम्भ से नैमिषारण्य आना पुरोहितों के लिए भी लाभकारी साबित हो रहा है। चक्रतीर्थ मार्ग, हनुमान गढ़ी, कालीपीठ चौराहा मार्ग पर श्रद्धालुओं को जाम का सामना करना पड़ रहा है।

नैमिषारण्य कोतवाली प्रभारी पंकज तिवारी ने हिन्दुस्थान समाचार से बताया

महाकुंभ से बड़ी संख्या में नैमिषारण्य दर्शन को आ रहे हैं। इसके कारण जाम लग रहा है। तीन थानों की फोर्स, पीएसी के जवान, दो दारोगा, दो कांस्टेबल व एक महिला कांस्टेबल सहित 18 पुलिस कर्मी और बढ़ा कर लगा दिए गए हैं। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी समस्या का सामना न करना पड़े, इसका पूरा ध्यान पुलिस रख रही है। उन्होंने बताया कि नैमिषारण्य में शिवरात्रि पर्व तक भक्तों की भीड़ रहेगी।