विश्व शांति सनातन संत सम्मेलन स्थगित
विश्व शांति सनातन संत सम्मेलन स्थगित
महाकुम्भ नगर, 31 जनवरी(हि.स.)। पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष के साथ बैठक कर संत त्रिलोचन दास महाराज ने महाकुम्भ मेले में 29 जनवरी को हुए हादसे को लेकर 1 फरवरी को होने वाला विराट विश्व शांति सनातन संत सम्मेलन को स्थगित कर दिया गया है।
दास धर्म पंथ के सेवा शिविर में संत त्रिलोचन दास महाराज ने कहा कि महाकुंभ मेला सभी भारतवासियों की आस्था का केंद्र है। इस आस्था के संगम में संत महापुरुषों के स्नान करने से कुंभ में स्नान करने का महत्व और बढ़ जाता है। जिसके चलते करोड़ों श्रद्धालु आस्था के महाकुंभ में डुबकी लगाने प्रयागराज पहुंचे हैं।
उन्होंने संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि कुम्भ मेले में श्रद्धालुओं की भारी तादात में उमड़ने के कारण जो हादसा हुआ है वह बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इस दुखद घटना के बाद भी महाकुंभ में भारी तादाद में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, जिससे महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ और मेले की व्यवस्थाओं को देखते हुए हमने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी महाराज के साथ बैठक कर यह निर्णय लिया है। शांति और संवेदना के प्रतीक के रूप में एक फरवरी को होने वाले सम्मेलन को स्थगित कर देना सुरक्षा और मेले की व्यवस्थाओं के प्रति सही रहेगा।
उन्होंने कहा कि इसीलिए हमने अपने विराट विश्व शांति सनातन संत सम्मेलन के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है। उन्होंने कहा कि हम हादसे के शिकार हुए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और कार्यक्रम को स्थगित करने की घोषणा करते हैं। उन्होंने कहा कि आगामी 3 फरवरी को होने वाला महाकुंभ का शाही स्नान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी महाराज के सानिध्य में सकुशल संपन्न होगा।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी महाराज ने कहा कि दास धर्म अधिपति संत त्रिलोचन दास महाराज ने जो निर्णय लिया है हम उस निर्णय की सराहना करते हैं। उन्होंने महाकुंभ की स्थिति और महाकुंभ में हुए हादसे को लेकर जो निर्णय लिया है उसके लिए हम उन्हें साधुवाद देते हैं। क्योंकि कई करोड़ों श्रद्धालु अभी लगातार महाकुंभ संगम में स्नान करने के लिए आ रहे है।