अब केजीएमयू में बिना इंजेक्शन के होगी दर्द रहित फेको मोतियाबिंद सर्जरी

अब केजीएमयू में बिना इंजेक्शन के होगी दर्द रहित फेको मोतियाबिंद सर्जरी

अब केजीएमयू में बिना इंजेक्शन के होगी दर्द रहित फेको मोतियाबिंद सर्जरी

लखनऊ, 09 जुलाई । किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में के नेत्र विभाग में अब बिना इंजेक्शन के फेको विधि से आंखों के मोतियाबिन्द की सर्जरी की जायेगी।

ऑगमेंटेड टॉपिकल एनेस्थिसिया के तहत फेको विधि से की जाने वाली मोतियाबिंद की सर्जरी सबसे उत्तम है। ऑगमेंटेड टॉपिकल एनेस्थीसिया में आंख में केवल आई ड्रॉप का उपयोग करके सुन्न किया जाता है और आंख के पास कोई इंजेक्शन नहीं लगाया जाता है। यह रोगी को दर्दनाक इंजेक्शन से बचाता है और आंख के पास लगने वाले इंजेक्शन से रोगी के डर को कम करता है। ऑगमेंटेड टॉपिकल एनेस्थीसिया, इंजेक्शन एनेस्थीसिया (लोकल एनेस्थीसिया) की तुलना में अधिक सुरक्षित है क्योंकि इसमें आंख में चोट लगने या रक्तस्राव होने की कोई संभावना नहीं होती है।

केजीएमयू के नेत्र रोग के प्रोफेसर डा. संजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि यह दर्द रहित शल्य चिकित्सा तकनीक अब केजीएमयू के नेत्र रोग विभाग में उपलब्ध होगी।

इस तकनीकि से मोतियाबिंंद की सर्जरी के लिए केजीएमयू के नेत्र रोग विभाग में अध्ययन किया गया। अध्ययन से यह निष्कर्ष निकला कि ऑगमेंटेड टॉपिकल एनेस्थेसिया का उपयोग समान रूप से दर्द रहित और प्रभावी है और इसके अलावा रोपाइवाकेन आंख के अंदर के नाजुक ऊतकों के संरक्षण के संबंध में सुरक्षित था।

यह अध्ययन प्रतिष्ठित इंडियन जर्नल ऑफ ऑप्थल्मोलॉजी में प्रकाशित हुआ है जो ऑल इंडिया ऑप्थेलमिक सोसाइटी की आधिकारिक पत्रिका है। यह अध्ययन नेत्र विभाग में स्नातकोत्तर छात्रा डॉ. शालिनी सिंह द्वारा डॉ. अरुण शर्मा की देखरेख में किया गया था।