गोरखपुर : सपा सरकार से जब आर-पार की बात आई तब एम्स के लिए मजबूरन दी जमीन: प्रधानमंत्री मोदी

गोरखपुर : सपा सरकार से जब आर-पार की बात आई तब एम्स के लिए मजबूरन दी जमीन

गोरखपुर : सपा सरकार से जब आर-पार की बात आई तब एम्स के लिए मजबूरन दी जमीन: प्रधानमंत्री मोदी

गोरखपुर, 07 दिसम्बर (हि.स.)। फर्टिलाइजर, एम्स और रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर का लोकार्पण करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती सपा सरकार पर हमलावर रहे। उन्होंने फर्टिलाइजर मैदान में जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि जब पूर्ववर्ती सपा सरकार से आर-पार की बात गई तब मजबूरी में जमीन उपलब्ध करवाई। उसके पहले यूपी की सपा सरकार काफी हीला-हवाली कर रही थी।

भाषण की शुरुआत पीएम मोदी ने भोजपुरी में की। उन्होंने कहा-धर्म, आध्यात्म और क्रांति का नगरी गोरखपुर के देवतुल्य लोगन के प्रणाम करत बानी। ये पावन धरती के कोटि-कोटि नमन। आप सब लोग जवने खाद कारखाना और एम्स के बहुत दिन से इंतजार करत रहलीं, आज ऊ घड़ी आ गईल बा। आप सबके बहुत-बहुत बधाई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि खाद कारखाना और एम्स के लिए लोगों का इंतजार अब खत्म हो गया हैै। फिर अचानक पीएम मोदी विपक्ष पर हमलावर हो गए। कहा, गोरखपुर खाद कारखाना और एम्स की कितनी जरूरत थी। यहां इन संस्थानों की कितनी मांग हो रही थी। पहले की सरकार ने यहां एम्स की जमीन देने में काफी हीलाहवाली की। जब बात आर-पार की हो गई तब सरकार ने मजबूरन जमीन दी। टाइमिंग पर सवाल उठाने वालों को भी आज का कार्यक्रम करारा जवाब है।

कोरोना काल में भी विकास कार्यों में जुटी रही डबल इंजन की सरकार

पीएम ने कहा कि कोरोना संकट काल में भी डबल इंजन की सरकार विकास में जुटी रही। काम नहीं रुकने दिया। लोहिया जी, जयप्रकाश जी जैसे महापुरुषों के अनुशासन को ये लोग कब से छोड़ चुके हैं। यूपी भली-भांति जानता है कि लाल टोली वालों को सिर्फ लाल बत्ती से मतलब रहा है। आपके दु:ख दर्द से उनका कोई वास्ता नहीं। इन्हें सिर्फ सत्ता चाहिए। गुंडे माफियाओं को संरक्षण देने, आतंकवादियों को जेल से छुड़ाने के लिए। लाल टोपी वाले, यूपी वालों के लिए ''रेड अलर्ट'' यानी खतरे की घंटी हैं। गन्ना किसानों को पूर्व की सरकार ने रुला दिया था। किस्तों में दिए जाने वाले पैसों में भी महीनों का अंतर होता था।

सबकी पहुंच में होनी चाहिए स्वास्थ्य सुविधाएं

पीएम मोदी ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाएं अच्छी, सस्ती और सबकी पहुंच में होनी चाहिए। मैने लोगों को इलाज के लिए भटकते, अपनी जमीन गिरवी रखते देखा है। पहले सोचा जाता था कि एम्स जैसे संस्थान सिर्फ बड़े शहरों के लिए होते हैं। हमारी सरकार इसे दूर-दराज के जिलों तक ले जा रही है। गोरखपुर में एम्स से इंसेफेलाइटिस सहित तमाम संक्रामक बीमारियों पर अंकुश लगेगा। पिछले सात साल में 16 एम्स बनाने पर काम चल रहा है। हमारी कोशिश है कि हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कालेज जरूर हो।

बीआरडी पर निर्भरता कम हुई

पीएम मोदी ने कहा कि लंबे समय तक यह पूरा क्षेत्र सिर्फ एक बीआरडी मेडिकल कालेज पर निर्भर था। आज इतना बड़ा एम्स बन गया। रिसर्च सेंटर की अपनी बिल्डिंग तैयार है। एम्स का शिलान्यास करने आया था तब भी कहा था कि इस क्षेत्र को दिमागी बुखार से मुक्ति दिलाने के लिए पूरी मेहनत करेंगे। आज उस मेहनत का असर दिख रहा है। गोरखपुर-बस्ती मंडल में बीमारी पर 90 प्रतिशत तक अंकुश लग गया है। जो बीमार पड़ते भी हैं, उनकी भी जान बचाई जा रही है। योगी सरकार के काम की तारीफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही है।

इथेनॉल के जरिए कम की जा रही पेट्रोल-डीजल की जरूरत

पीएम मोदी ने कहा कि पेट्रोल-डीजल के आयात को भी इथेनॉल के जरिए कम करने की कोशिश की जा रही है। पहले सिर्फ 20 करोड़ लीटर इथेनॉल तेल कम्पनियों को दिया था। आज सौ करोड़ लीटर से ज्यादा इथेनॉल अकेले यूपी के किसान तेल कम्पनियों को दे रहे हैं। पीएम योगी ने गन्ना किसानों के लिए लाभकारी मूल्य साढ़े तीन सौ रुपए तक बढ़ाए जाने के लिए योगी सरकार की तारीफ की।

भीड़ देख गदगद हुए पीएम मोदी

भीड़ को देखकर गदगद हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपके प्यार और विश्वास से दिन-रात काम करने की ऊर्जा मिलती है। जब डबल इंजन की सरकार होती है तो डबल तेजी से काम भी होता है। जब नेकनीयत से काम होता है तब आपदाएं भी बाधा नहीं बनती हैं। उन्होंने कहा कि आज का आयोजन इस बात का भी सबूत है कि नया भारत जब ठान लेता है तो इसके लिए कुछ भी असम्भव नहीं है।

स्क्रीन पर यूरिया बनते लोगों ने देखा

पीएम द्वारा उद्घाटन किए जाने के बाद लोगों को स्क्रीन पर गोरखपुर खाद कारखाना, गोरखपुर एम्स और मेडिकल रीजनल रिसर्च सेंटर के बारे में बारी-बारी लघु फिल्में दिखाई गईं। इससे पूर्व पीएम मोदी ने बटन दबाकर गोरखपुर खाद कारखाने, एम्स और मेडिकल रीजनल रिसर्च सेंटर का उद्घाटन कर दिया है। इसके साथ ही गोरखपुर खाद कारखाने में यूरिया का उत्पादन शुरू हो गया। लोगों ने नीम कोटेड यूरिया बनते स्क्रीन पर इसे देखा।