ट्रिपल आईटी में छात्र-प्रशासन तालमेल समिति का गठन

-ट्रिपल आईटी में निरंतर संवाद को बढ़ावा देने की महत्वपूर्ण पहल

प्रयागराज, 08 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, इलाहाबाद में छात्रों और शिक्षकों के बराबर और व्यापक प्रतिनिधित्व के साथ स्थायी आधार पर एक “छात्र प्रशासन तालमेल समिति-(एसएएससी)” का गठन किया गया है। ताकि इन दो सबसे महत्वपूर्ण हितधारकों के बीच निरंतर संवाद स्थापित किया जा सके।

संवादहीनता की खाई को जड़ से समाप्त करने के उद्देश्य से गठित, यह समिति परिसर में छात्रों से सम्बंधित सभी समस्याओं-मुद्दों का सौहार्दपूर्ण समाधान प्रदान करेगी जिससे परिसर में सद्भाव पैदा होगा और भविष्य में किसी भी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति की पुनरावृत्ति से बचा जा सकेगा।

समिति में स्नातक, परास्तानक छात्र, शोधार्थी और शैक्षणिक प्रशासन से जुड़े लोग शामिल होंगे। यह समिति संवाद, नीति सिफारिशों और समस्या समाधान के लिए एक रचनात्मक मंच के रूप में काम करेगी, जिससे एक सहयोगी शैक्षणिक और प्रशासनिक माहौल को बढ़ावा मिलेगा।

संस्थान के निदेशक प्रो. मुकुल शरद सुतावाने ने बताया कि इस समिति को एक गतिशील मंच के रूप में काम करने के लिए तैयार किया गया है जो संस्थान के दो सबसे महत्वपूर्ण हितधारकों छात्रों और शिक्षकों के बीच निरंतर और रचनात्मक संवाद को बढ़ावा देने के साथ छात्रों और शिक्षकों के बराबर और व्यापक प्रतिनिधित्व के साथ, समिति शैक्षणिक, पाठ्येतर, बुनियादी ढांचे और अन्य छात्र-सम्बंधी मुद्दों को संबोधित करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगी। इस पहल के माध्यम से, ट्रिपल आईटी इलाहाबाद का उद्देश्य पारदर्शिता को बढ़ाना, शैक्षणिक वातावरण को मजबूत करना और संकाय और छात्रों के बीच एक सहकारी भावना का निर्माण करना है।

निदेशक ने बताया कि समिति पारदर्शी संचार के साथ छात्रों, विद्वानों और शैक्षणिक प्रशासकों के बीच रचनात्मक संवाद की सुविधा प्रदान करेगी, छात्रों को चिंताओं और सुझावों को प्रस्तुत करने, नीति निर्माण और कार्यान्वयन, शैक्षणिक नीतियों, छात्र कल्याण उपायों और प्रशासनिक प्रक्रियाओं में सुधार पर चर्चा और सिफारिश करने के लिए एक औपचारिक चैनल प्रदान करेगी। मुख्य रूप से, समिति छात्र-केंद्रित पहलों के प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करेगी और उनके प्रभाव पर नज़र रखेगी। इसके अलावा, समिति अकादमिक कार्यक्रमों, शोध चुनौतियों और सीखने के संसाधनों से संबंधित चिंताओं के हल पर कार्य करेगी। समिति चर्चाओं की समीक्षा करने, कार्रवाई बिंदुओं का आकलन करने और प्रगति को ट्रैक करने के लिए हर महीने की 30 तारीख को संस्थान के निदेशक के साथ बैठक करेगी। यह प्रमुख मुद्दों, प्रस्तावित समाधानों और कार्यान्वयन अपडेट को रेखांकित करते हुए एक त्रैमासिक रिपोर्ट भी प्रस्तुत करेगी।

संस्थान के पीआरओ डॉ. पंकज मिश्र ने बताया कि समिति में प्रशासन के सभी प्रतिनिधि पदेन हैं, छात्र प्रतिनिधियों को हर तीन महीने के बाद बदल दिया जाएगा। प्रशासनिक प्रतिनिधियों में डीन (छात्र मामले) अध्यक्ष, डीन (शैक्षणिक और अनुसंधान), डीन (बुनियादी ढांचा), डीन (संकाय मामले), चीफ प्रॉक्टर, अध्यक्ष, वार्डन परिषद (सीओडब्ल्यू) और संपदा अधिकारी शामिल हैं। छात्र प्रतिनिधियों में बी.टेक (आईटी) से एक प्रतिनिधिः साहिल सोनावणे, बी.टेक (आईटी-बीआई) से मनोज पल्लक्की, बी.टेक (ईसीई) से आदित्य देशमुख, एमबीए प्रतिनिधि नितिन चौरसिया, एम.टेक (आईटी) प्रतिनिधि उत्कर्ष चौहान, पीएचडी शोधार्थी विदुषी गौतम (एप्लाइड साइंस) और निदेशक द्वारा नामित एक छात्र रुशिकेश शामिल हैं।