कल्पवास के समय शरीर में भस्म लगाने से भी त्रिवेणी स्नान का प्राप्त होता है पुण्यफल: डाॅ. दिव्य स्वरूप ब्रह्मचारी
कल्पवास के समय शरीर में भस्म लगाने से भी त्रिवेणी स्नान का प्राप्त होता है पुण्यफल: डाॅ. दिव्य स्वरूप ब्रह्मचारी
महाकुम्भ नगर,16 जनवरी(हि.स.)। प्रयागराज महाकुम्भ में कल्पवास के समय सबसे पुण्यदायी कार्य, सूर्योदय से पूर्व त्रिवेणी स्नान ही है, किन्तु कई कल्पवासी ऐसे भी हैं जो किन्हीं कारणों से स्नान नहीं कर सकते, तो ऐसे में हमारे धर्म-शास्त्रों ने स्नान की कई विधियां बताई हैं, जिसमें भस्म स्नान का भी विधान है, अर्थात् शरीर में भस्म लगाने से भी त्रिवेणी स्नान का पुण्य फल प्राप्त हो जाता है। यह बात गुरुवार को श्री प्रखर परोपकार मिशन शिविर के ज्ञानालय (कथा मण्डप) में ‘माघ माहात्म्य कथा’ कहते हुए श्रद्धालुओं से काशी से आए संस्कृत मीमांसा के मूर्धन्य विद्वान परम पूज्य डॉ. दिव्य स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने कही।
उन्होंने भक्तों से कहा कि किन्तु यदि शरीर स्वस्थ है एवं त्रिवेणी स्नान अथवा गंगा स्नान नहीं करते तो कल्पवास निष्फल ही माना जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रातःकाल के समय माघ के शीतकालीन माह में प्रतिदिन त्रिवेणी स्नान करना, तप ही है एवं बिना तप के कल्पवास निष्फल ही होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में हम सभी में सदाचार का भाव होना, परम आवश्यक है क्योंकि यदि हम सुधरेंगे तो यह समाज सुधरेगा।
शिविर के कथा मंडप के सायं कालीन सत्र में परम पूज्य गुरुदेव अनन्तश्री विभूषित महामंडलेश्वर स्वामी श्री प्रखर जी महाराज ने कहा कि बिना गुरु के संसार में कुछ भी नहीं प्राप्त किया सकता। उन्होंने कहा कि एक अक्षर का भी बोध जिस किसी ने करा दिया, उसको गुरु की ही संज्ञा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि गुरु का सम्मान करना परम आवश्यक है, यदि हम अपने गुरु का सम्मान नहीं करते तो हमारे धर्म-शास्त्रों में कठोर अनुशासन है। उन्होंने कहा कि गुरु को तिरस्कार करने वाला 100 बार कुत्ते की योनि में तथा जंगल में रहने वाले भील की योनि में जन्म लेने के उपरान्त ही मनुष्य योनि को प्राप्त होता है।
महाकुम्भ मेला, प्रयागराज-2025 के पावन सुअवसर पर परम पूज्य गुरुदेव अनन्तश्री विभूषित महामंडलेश्वर स्वामी श्री प्रखर जी महाराज जी के सानिध्य में मेला क्षेत्र के सेक्टर-19 में संचालित श्री प्रखर परोपकार मिशन अस्पताल शिविर, नित्य हजारों तीर्थयात्रियों को स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर रहा है। इसी क्रम में गुरुवार को 12 सौ से अधिक रोगियों को देखा गया और पैथोलॉजी में 50 से अधिक रोगियों की जांच व एक दर्जन से अधिक रोगियों के एक्स-रे किए गए।
शिविर में प्रमुख रूप से सर्वश्री राजेश अग्रवाल, कमल किशोर चाैधरी (बब्लू), प्रवीन नेमानी, हरिप्रकाश मंगला, डाॅ. सज्जन प्रसाद तिवारी, विश्वनाथ कानोडिया, राजकुमार जिन्दल, सुषमा अग्रवाल, श्रवण अग्रवाल, रघुनाथ सिंह, रोजालिन दास, मेजर योगेंद्र कटियार एवं योगेश शर्मा आदि उपस्थित रहे।