108 साल बाद मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा कनाडा से गाजियाबाद पहुंची, दर्शन के लिए उमड़ा जनसैलाब

108 साल बाद मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा कनाडा से गाजियाबाद पहुंची, दर्शन के लिए उमड़ा जनसैलाब

108 साल बाद मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा कनाडा से गाजियाबाद पहुंची, दर्शन के लिए उमड़ा जनसैलाब

गाजियाबाद, 11 नवम्बर। 108 साल बाद कनाडा से मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा गुरुवार को गाजियाबाद पहुंची। जहां उनके दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। यहां के सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह भी भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मौजूद रहे। मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा को रथ पर शोभा यात्रा के रूप में दिल्ली से गाजियाबाद लाया गया। यहां मोहन नगर स्थित देवी मंदिर पर रथ को रोका गया, जहां मां अन्नपूर्णा के दर्शन के लिए आस्था का सैलाब उमड़ा।


जूना अखाड़े के राष्ट्रीय प्रवक्ता महंत नारायण गिरी ने इस अवसर बताया कि वाराणसी में लगभग 108 वर्ष पहले इस पवित्र प्रतिमा को असामाजिक तत्वों द्वारा चोरी कर कनाडा पहुंचा दिया गया था। इस प्रतिमा की पहचान कुछ भारतीय मूल के लेखक द्वारा की गई। इस संबंध में जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जानकारी मिली कि यह प्रतिमा भारत की आस्था से जुड़ी है और यह वाराणसी से चोरी की गई थी। उन्होंने कनाडा सरकार से संवाद स्थापित कर इस प्रतिमा को ससम्मान भारत मंगाया। मन की बात कार्यक्रम में भी प्रधानमंत्री ने इस प्रतिमा को भारत लाने का संकल्प दोहराया था।


इस अवसर पर केंद्रीय धर्मार्थ मंत्री नीलकंठ तिवारी ने बताया कि मां अन्नपूर्णा की मूर्ति को दिल्ली से गाजियाबाद, नोएडा, बुलंदशहर होते हुए कासगंज में रात को विश्राम होगा। जिसके बाद 15 नवम्बर को प्रतिमा की प्राण स्थापना काशी में की जाएगी।


इस मौके पर प्रदेश के गन्नामन्त्री सुरेश राणा, स्वास्थ राज्यमंत्री अतुल गर्ग, राज्यसभा सदस्य अनिल अग्रवाल विधायक सुनील शर्मा, अजीत पाल त्यागी, नन्दकिशोर गुर्जर, महापौर आशा शर्मा, एमएलसी दिनेश गोयल,शोभा यात्रा के क्षेत्रीय संयोजक के के शुक्ला, भाजपा के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा, जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पवन कुमार सिटी मजिस्ट्रेट गंभीर सिंह समेत तमाम अधिकारी उपस्थित थे इसके बाद शोभायात्रा की बागडोर गौतम बुध नगर को सौंप दी गई।


अब इस रूट वाराणसी पहुंचेगी यात्रा

मां अन्नपूर्णा देवी की भव्य शोभायात्रा अपने पैरोट के अनुसार गाजियाबाद से होते हुए गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, कासगंज, एटा, मैनपुरी, कन्नौज, कानपुर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, अयोध्या, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़ और जौनपुर होते हुए 15 नवम्बर को वाराणसी पहुंच जाएगी।