कभी पढ़ाई में अव्वल आने वाली ऐसे बनी 'रिवाल्वर रानी' !

कभी पढ़ाई में अव्वल आने वाली ऐसे बनी 'रिवाल्वर रानी' !

कभी पढ़ाई में अव्वल आने वाली ऐसे बनी 'रिवाल्वर रानी' !

31 जुलाई । भारत के टॉप मोस्ट गैंगस्टर की लिस्ट में शुमार संदीप उर्फ काला जठेड़ी के साथ स्पेशल सेल ने जिस लेडी डॉन को गिरफ्तार किया है। उसे अपराध की दुनियां में ‘रिवाल्वर रानी’ के नाम से जाना जाता है। राजस्थान में अपराध की दुनिया में कुख्यात चेहरा बन चुकी अनुराधा चौधरी उर्फ अनुराग उर्फ मैडम मिंज उर्फ ‘रिवाल्वर रानी’ किसी समय पढ़ाई में बहुत अव्वल हुआ करती थी। सीकर से बीसीए जैसी प्रॉफेशनल डिग्री हासिल की।

नौकरी की बजाय अपने सपने पूरे करने के लिये शादी के बाद अपने पति के साथ मिलकर शेयर ट्रेडिंग का काम शुरू किया, लेकिन इस कारोबार में उसे काफी नुकसान झेलना पड़ा। लाखों से करोड़ों रुपए कर्ज में डूबने के बाद लेनदारों ने जब उसके घर का दरवाजा खटखटाना शुरू किया तो अनुराधा ने इससे निबटने की रास्ता तलाशना शुरू किया।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, कर्जदाताओं से परेशान होकर अनुराधा ने अपराध की दुनिया में कदम रखते देर नहीं लगाई। हिस्ट्रीशीटर बलवीर बानूड़ा के जरिए उसकी मुलाकात आनंदपाल से हुई। इसके बाद उसने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। आनंदपाल के साथ उसने गैंग को ऑपरेट करना शुरू कर दिया। लगातार बढ़ती करीबी के चलते उसे आनंदपाल की कथित प्रेमिका भी कहा जाने लगा। यही वजह है की अनुराधा को आनंदपाल गिरोह में नंबर वन पर रखा गया।

गिरोह से जुड़ी हर वारदात की योजना खुद अनुराधा ही करती थी। पुलिस सूत्रों की माने तो अनुराधा ने ही आनंदपाल को सूट-बूट पहनना और अंग्रेजी बोलना सिखाया, जिसके बदले आनंदपाल ने उसे पिस्तौल से लेकर एके-47 तक चलाना सिखाया।

अपराध की दुनिया में अनुराधा लेडी डॉन तब कहलाई जब सीकर के एक कारोबारी के अपहरण मामले में उस पर पांच लाख रुपए इनाम घोषित किया गया। वर्ष 2006 के बहुचर्चित जीवणराम गोदारा हत्याकांड के मुख्य गवाह के भाई के अपहरण मामले में वह वांछित थी। इसके बाद अनुराधा के जुर्म और दहशत दोनों ही बढ़ते गए।

कई बार पुलिस ने उस पर शिकंजा कसा लेकिन जैसे ही वह पेरोल पर बाहर आती फिर से जुर्म की दुनियां में सक्रिय हो जाती। आनंदपाल मुठभेड़ के बाद उसकी गैंग को अनुराधा ही ऑपरेट कर रही थी, लेकिन राजस्थान पुलिस की आनंदपाल गिरोह को खत्म करने के लिए चलाए गए ऑपरेशन के चलते उसने हरियाणा का रुख कर लिया। यहां उसकी मुलाकात कई कुख्यात गैंगस्टर से हुई जिनमें से काला जठेड़ी एक है।