रौनक खातून जेल में कर रही है छठ, नहाय-खाय के साथ शुरू हो गया आस्था का महापर्व
रौनक खातून जेल में कर रही है छठ, नहाय-खाय के साथ शुरू हो गया आस्था का महापर्व
बेगूसराय, 08 नवंबर । सुचिता, आस्था और सूर्य उपासना का महा लोकपर्व छठ शुरू हो गया। राज्यसभा सदस्य प्रो. राकेश सिन्हा छठ मनाने के लिए अपने बेगूसराय आवास पर पहुंच गए हैं। जबकि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सोशल मीडिया के माध्यम से व्रतियों को नमन करते हुए देशवासियों को छठ पूजा की शुभकामना दी है। छठ को लेकर गांव से शहर तक हर ओर धूम मची हुई है। गांव से शहर तक जहां हर घर में तैयारी के साथ वातावरण भक्ति में लीन है।
इस बार के छठ में बेगूसराय में सामाजिक समरसता का शानदार उदाहरण देखने को मिल रहा है। हिंदू धर्मावलंबियों के इस महापर्व में मुस्लिम समुदाय के लोग विभिन्न सामग्री बेचते रहे हैं लेकिन इस बार सबसे बड़ी बात है कि बेगूसराय में एक मुस्लिम महिला सूर्य देव और छठी मैया को अपना आराध्य मानते हुए छठ व्रत कर रही है। जेल में बंद रौनक खातून ने जब जेल प्रशासन को छठ करने की सूचना दिया तो सब चौंक गए। तुरंत उसे छठ पूजा की सामग्री उपलब्ध कराया गया और सोमवार को रौनक ने भी प्रसाद के लिए गेहूं साफ किया, नहाय खाय किया। अन्य हिंदू महिला कैदियों के सहयोग से छठ की सभी बातें समझ कर उसने यह महाव्रत शुरू किया है। इसके साथ ही जेल में छठ गीतों के धूम के साथ व्रत की तैयारी चल रही है। सभी व्रती महिलाओं के साथ मिलकर रौनक खातून द्वारा गाए जा रहे लोकगीत से जेल का वातावरण भक्तिमय हो गया है।
कारा अधीक्षक ने बताया कि जेल में एक मुस्लिम महिला सहित 32 महिला एवं 34 पुरुष कैदी छठ कर रहे हैं। सभी 66 व्रतियों को नया कपड़ा एवं पूजा सामग्री मुहैया कराया गया है, प्रसाद बनाने के लिए भी अलग से व्यवस्था की गई है। अर्घ्य देने के लिए तालाब और सुचिता के विशेष बंदोबस्त किए गए हैं। चार दिवसीय महापर्व के पहले दिन सोमवार को व्रतियों ने स्नान ध्यान कर सात्विक भोजन कर नहाय खाय किया। स्नान और पूजा के बाद सबसे पहले छठ में प्रसाद बनाने के लिए गेहूं धोकर ओखली (एक तरह का देसी सफाई मशीन) मे कूटकर साफ किया तथा इसे सुखाया। इसके बाद अरवा चावल, चना का दाल और कद्दू की सब्जी ग्रहण किया। महापर्व के दूसरे दिन मंगलवार को सभी व्रती दिन भर निराहार रहकर शाम में खरना करेंगे। बुधवार को अस्ताचलगामी सूर्यदेव को अर्घ्य दिया जाएगा तथा गुरुवार को सूर्योदय के समय उदयाचल गामी सूर्य को अर्घ्य देकर महापर्व का समापन होगा। इधर, नहाय खाय को लेकर बेगूसराय के तमाम गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा है, जबकि बाजारों में भारी भीड़ लग गई है।