धनतेरस पर कानपुर में एक हजार करोड़ रुपये का हुआ व्यापार

- कोरोना काल के बाद पहली बार पटरी पर लौटता दिखा बाजार

धनतेरस पर कानपुर में एक हजार करोड़ रुपये का हुआ व्यापार

कानपुर, 23 अक्टूबर । कोरोना काल में धीमा पड़ा कानपुर का बाजार धीरे-धीरे गति पकड़ने लगा और अबकी बार धनतेरत पर पूरी तरह से पटरी पर आता दिखा। कानपुर का पूरा बाजार रात भर सजा रहा और लोगों ने जमकर खरीदारी की। यहां पर तरह-तरह के आइटम उनको अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे। जानकारों का कहना है कि ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़ा, सराफा, मिठाई, पटाखों, बर्तनों और सजावट के सामानों सहित रीयल स्टेट में कानपुर में करीब एक हजार करोड़ रुपये का व्यापार हुआ है।

धनतेरस और दीपावली को लेकर कानपुर के सभी इलाकों के बाजार शनिवार को दोपहर से ही सज गए थे। इलेक्ट्रॉनिक सामान, कपड़े, सोने-चांदी और ज्वेलरी से लेकर हर तरह के सामान के खरीदारी रविवार को भोर पहर तक होती रही। बाजार में त्योहार के मौके पर तरह-तरह के ऑफर भी लोगों को खूब लुभाए। बिरहाना रोड, नयागंज, चौक सराफा के साथ सभी बाजारों में सराफा दुकानों में शोरूम के शोकेस में चमकते जेवर ग्राहकों को आकर्षित कर रहे थे।

पिछले वर्ष के मुकाबले चांदी इस समय करीब आठ हजार रुपये सस्ती रही, इसलिए बाजार में चांदी के गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियों के साथ सिक्कों की भी जबरदस्त बिक्री हुई। बर्तनों की दुकानों पर दोपहर से ही ग्राहकों की जो भीड़ जुटी वह शाम होते-होते बढ़ती ही चली गई। शाम को यूं लगा जैसे पूरा शहर ही सड़क पर उतर आया हो और रविवार को भोर पहर तक मुख्य बाजारों में लोग खरीददारी करते रहे। हर बाजार और हर दुकान में जबरदस्त भीड़ देखी गई। लोगों ने जरुरत के मुताबिक सोना-चांदी, स्कूटी, टीवी-वाशिंग मशीन, बर्तन, फर्नीचर आदि की खरीददारी की। देशी विदेशी कारों के साथ करीब 20 हजार वाहन बिके। सौ से ज्यादा लग्जरी कारें बिकी। इसमें 25 लाख रुपये वाली कारें भी शामिल हैं।

यह हैं प्रमुख बाजार

धनतेरस के पर्व पर गली मोहल्लों से लेकर प्रमुख बाजार पूरी तरह से सजे रहे। इनमें से प्रमुख बाजार नवीन मार्केट, हालसी रोड, कलक्टरगंज, चकेरी, लालबंगला, बर्रा, गोविन्द नगर, शास्त्री नगर, हटिया, भूसाटोली, सीसामऊ, पी रोड, गुमटी, बर्रा, कर्रही, कल्याणपुर, आर्य नगर, रावतपुर, नौबस्ता, बिरहाना रोड, नयागंज, चौक सराफा, माल रोड, 80 फीट रोड, लाजपत नगर, स्वरूप नगर आदि रहें।

इनका कहना



कपड़ा व्यापार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष चरणजीत सागरी ने बताया कि कोरोना के बाद पहली बार बाजारों में ग्राहकों की भीड़ देखी गई। अनुमान है कि कानपुर में सौ करोड़ रुपये का व्यापार कपड़ा का हुआ। तिरुपति हुंडई के जीएम शैलेन्द्र तिवारी ने बताया कि आटोमोबाइल का बाजार इस बार खूब चढ़ा और करीब तीन सौ करोड़ रुपये का व्यापार हुआ।

सराफा एसोसिएशन के सदस्य पवन अग्रवाल और श्याम ज्वेलर्स के मालिक द्वारिका अग्रवाल ने बताया कि पिछले दो सालों से जो बैकलाग पड़ा था उसकी भरपाई हो गई और करीब तीन सौ करोड़ रुपये का व्यापार ज्वेलरी का हुआ है। सराफा एसोसिएशन के सचिव राम किशोर मिश्रा और सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष महेश चन्द्र जैन ने बताया कि जिस तरह से ग्राहक बाजारों में पहुंचे उससे अनुमान के मुताबिक कानपुर एक हजार करोड़ रुपये का धनतेरत पर व्यापार हुआ है।