उदयपुर कांड को लेकर बजरंग दल ने फूंका मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पुतला
फास्ट ट्रैक में मुकदमा चलाकर जल्द हत्यारों को फांसी की सजा दिये जाने की उठाई मांग
कानपुर, 30 जून। राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल हत्याकांड को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पुतला फूंका। मांग की गई कि इस्लामिक कट्टरता की आड़ में मानवीय संवेदनाओं का कत्ल करने वाले जिहादियों का मुकदमा फास्ट ट्रैक में चलाया जाये। इसके साथ ही हत्यारों को फांसी की सजा दिलाये जाने की भी मांग की गई।
गुजैनी के कारगिल पार्क में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पुतला फूंककर आक्रोश व्यक्त किये। कहा कि यदि राजस्थान सरकार कन्हैया लाल की फरियाद सुनकर सचेत हो जाती और उसे सुरक्षा मुहैया करा देती तो शायद आज वह जीवित होता। इस वीभत्स घटना को अंजाम देने वाले आतंकवादी जितना दोषी हैं उससे कहीं ज्यादा राजस्थान सरकार इस घटना के लिए दोषी है।
बजरंग दल के सह संयोजक दिलीप सिंह ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार होने के चलते जिहादियों की इतनी हिम्मत हो गई कि वीडियो बनाते हुए कन्हैया की हत्या कर दी गई और उसे सोशल मीडिया में वायरल भी किया गया। कहा कि इस मामले में हम सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं। राजस्थान सरकार को तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे देना चाहिए। ऐसी घिनौनी हरकत तथा आतंकवादी सोच से देश की शांति व्यवस्था छिन्न हो रही है। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने राजस्थान सरकार और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मुर्दाबाद के नारे भी लगाये गये। कहा कि इस तरह की घटनाओं को रोकना बहुत जरुरी है और देश से इस्लामिक आतंकवाद को पूरी तरह से खत्म करना होगा।
डीसीपी दक्षिण संजीव त्यागी ने बताया कि उदयपुर कांड को लेकर बजरंग के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन के लिए अनुमति मांगी थी। कार्यकर्ताओं ने कारगिल पार्क पर शांति पूर्वक विरोध प्रदर्शन किये और उनकी मांगों को शासन तक पहुंचा दिया जाएगा।